"Marching to Zion" Full Movie in Hindi

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May 25, 2015

4000 साल पूर्व इश्वर ने मेसोपोटेमिया में अब्राम को दर्शन देकर बोले अपने देश, अपने लोगो को छोड दो, अपने पिता के परिवार को छोड दो और उस देश में जाओ जिसे मे तुम्हे दिखाऊंगा, में तुमसे एक महान राष्ट्र बनवाऊंगा । अब्राम ईश्वर की आज्ञा मान, उनके वादे किए हुए कानन देश में चले गए । जहाँ पुत्र इशाक एवं पौत्र जेकब के साथ निवास करने लगे, बाद मे इजराईल नाम से प्रसिद्ध हुए । कानन देश में अकाल फैलने के कारण इजराईल अपने बारह संतानो के साथ मिश्र चले गए और वंश वृद्धि कर स्वयं को शक्तिशाली जाति के रूप में स्थापित किया ।

मिश्र वासीओ को इस शक्ति वृद्धि से खतरे का अंदेशा होने लगा । इसलिए उन्हे गुलाम बना कर उन पर कठोर अत्याचार करने लगे । 430 वर्ष बाद मिश्र मे मुसा ने उन्हें दासत्व से मुक्ति दिलाई । वे लोहित सागर पार कर अरब चले गए । और वहाँ सिनोय पर्वत में ईश्वर के कानून के बारे में पता चला ।

मुसा के साथ जो मिश्र वासी मिश्र छोडकर आ गये थे उनमें ईश्वर के प्रति आस्था कम होने के कारण वे वादा किए गए स्थान पर प्रवेश नही कर पाए । वे 40 वर्ष तक रेगीस्तान में भटकने के लिए मजबूर हुए । प्रभु पर आस्था रखने वाली नयी पीढी के जन्म के बाद वे यसुओ के साथ वादा किए स्थान पर प्रवेश पा सके।

लगभग 400 वर्ष तक इजराईल की 12 जनजातियों पर न्यायधिशो ने मुसा के कानून अनुसार शासन किया । उसके बाद जब दूसरी जातिओं की तरह उन्होंने भी एक राजा की माँग की, तो ईश्वर ने सोउल को उनका राजा नियुक्त किया । जिन्होंने 40 साल शासन किया, इसके बाद राजा दाउद ने 40 साल और उन्के पुत्र सोलोमन ने 40 साल शासन किया । सोलोमन के शासन काल में इजराईल उन्नति की शिखर पर था ।जब प्रथम मंदिर निर्माण हुआ । ईश्वर के प्रति आस्था न होने के कारण सोलोमन को वृद्धावस्था में ईश्वर ने कहा, 10 जनजाति उनके पुत्र के अधिन नही रहेंगे ।

सोलोमन की मृत्यु पश्चात इजराईल विभाजित हो गया । उतर भाग के 10 जनजातियों का अत्याचारी राजा लगातार शोषण करने लगे । जो राजा दाउद एवम सोलोमन के वंशज नही थे, उतर भाग के इस खण्ड का नाम था इजराईल एवम उसकी राजधानी थी समारिया । दक्षिण का छोटा राज्य यहुदा एवम राजधानी थी येरुसलेम । जिस पर दाउद के वंशजो ने राज किया,”राजा 2 भाग 16” के प्रारंम्भ में दक्षिण में स्थित राज्य के लोगो को यहुदा राज्य के नाम के कारण यहुदी कहा जाने लगा ।

उतर भाग के अत्याचारी राजाओं को उनके व्यवहार के कारण वहाँ से हटना पडा । और अशूरीयों ने उन्हें बंदी बना लिया । इजराईलीयों में जो लोग इन अत्याचारीयों के साथ सामिल थे उस लोगो ने लौट कर इस प्रदेश पर कब्जा कर लिया । ये लोग समारीटन के नाम से जाने जाते है । उतर इजराईल की 10 जनजाति फिर कभी कोई राष्ट्र नही बना पाई ।

यहुदा का दक्षिण भाग भी दूसरे देवताओं के प्रति आस्था प्रदर्शन के दण्ड स्वरूप बेबीलोन के हाथो बंदी बनाया गया, मंदीर ध्वस्त किए गए । लेकिन इसके 70 वर्ष बाद यहुदी फिर् वापस यहुदा में आ गए । और येरुसलेम में पुन: मंदीर स्थापित किए । (फिर से मंदिर बनाया) एवम दाउद के वंशज इस पर राज करते रहे ।

येसु के समय यहुदा यहुदीयों के नाम से प्रसिद्ध हुए जो रोमा साम्राज्य के अधिन थे । प्रभु येसु एवम उनके शिष्यो ने यहुदीयों को अपने घर वापस बुलाने के लिए पुरे यहुदीया में सुसमाचार की घोषणा की । साढे तीन साल के मिशनरी कार्य के बाद यहुदीयों ने येसु को अपना मुक्तिदाता मानने से इंकार किया एवम उन्हें कृष पर चढाने के लिए रोम के राज्यपाल को राजी किया । तीन दिन बाद येसु पुनर्जिवित हुए एवम स्वर्गारोहण करके सर्वशक्तिमान के दाहिने और बिराजित होने से पहले जिवित रूप में शिष्यो के सामने आए ।

कृष पर चढने के कुछ समय पहले उन्होनें भविष्य वाणी की कि उनकी अवहेलना के दण्ड स्वरूप येरुसलेम जल कर राख हो जायेगा, मंदिर ध्वस्त हो जायेंगे एवम यहुदी विक्षिप्त होकर पूरे विश्व में बिखर जायेंगे । 70 के इसाई युग में जब रोम सम्राट तितास से येरुसलेम विजय पायी तब ये भविष्यवाणी सत्य साबित हुई । 1800 साल से भी ज्यादा समय तक यहुदी पूरे विश्व में बिखरे रहे ।

तत्पश्चात 1948 में असंभव संभव हुआ । इजराईल राष्ट्र पुन: प्रतिष्ठित हुआ और यहुदी फिर से वादा किए हुए स्थान पर वापस लौटे । बहूत से इसाई इस घटना को अलौकिक या ईश्वर का आशिर्वाद मानते है । लेकिन क्या ये सचमुच ईश्वर का आशिर्वाद है या किसी अशुभ शक्ति होने का संकेत है । इस फिल्म में इन्ही सभी बातों का जवाब है।

पादरी एंडरसन: आधुनिक इसराइल की स्थापना के निहित उद्देश्य को पूर्णत: समझने के लिए आपको A. D. ७० से लेकर उस समय तक का यहूदियों का इतिहास भली भांति समझना होगा तथा यह भी समझना होगा की अब उनका धर्म पवित्र बाइबिल पर निर्भर नहीं करता। उदाहरण के लिए, मंदिर के तोड़े जाने के पश्चात वहाँ कोई पशु बलि नहीं होती।

Rabbi Mann: जहां तक पशु बलि का सवाल है वह अब तक बंद हो चुका है।

Rabbi Abrami: खत्म।

Rabbi Mann: विकसित यहूदी धर्म के साथ साथ प्रार्थना पद्धति ने विकल्प का रूप ले लिया।

Rabbi Wiener: मैं सोचता हूं कि यह शायद आधुनिकीकरण की शुरूआत और मैं वाकई यकीन करता हूं।

Leader Schesnol: जब उस मंदिर का विनाश किया गया यहूदियेां का कोई केन्द्रीय स्थान नहीं रहा। यह सब बिखर गये। उन्होंने वाकई में यहूदी धर्म का रूप बदल दिया और यहूदी धर्म के उस संक्षिप्त रूप ने याजकों की यहूदी धर्म को रोबाीनिक यहूदी धर्म में रूपांतरित किया।

पादरी एंडरसन: यहूदी धर्म अब पुराने विधान (ओल्ड टेस्टामेंट) पर आधारित धर्म नहीं रहा, अब यह रब्बियों तथा उनकी परम्पराओं, जिन्हें मौखिक टोरा कहते हैं, पर आधारित धर्म हो गया है।

Texe Marrs: तलमुड यहूदियों की पवित्र किताब़ है। यह रब्बीयों के निर्देश थे। इसे रब्बीयों का ज्ञान का रूप माना जाता है।

Rabbi Abrami: तलमुद एक विशाल संकलन है दूसरी सदी के ईसा पूर्व से लेकर पांचवी सदी के महान विचारों का विशाल संकलन है। यह एक तरह का ज्ञानकोष है जो कि यहूदी धर्म के बारे में हमंे जानकारी देता है। उसे अगर और बेहतर तरीके से कहें तो उसे सदियों का यहूदी विकीपीडिया कह सकते हैं। हां क्योंकि बहुत लोग इसका अहम हिस्सा है। यह किसी एक व्यक्ति की तरह लिखा गया नहीं है। हजारों की तादाद में विद्वान और हजारों की तादाद में लेखक । (तलमुद सभी महान भावानाओं का एक विशाल संकलन है जिसमें दूसरी ईसा पूर्व सदी से लेकर पांचवी सदी तक आलोचनाऐं शामिल हैं)

पादरी एंडरसन: यहूदी धर्म के अनुसार मौखिक नियम, जो बाद में तल्मूड के नाम से जाने गए, वे नियम थे जो सत्तर बुजुर्गों को दिए गए जो सिनाई पर्वत की तलहटी में तो इकट्ठे हुए थे परन्तु उन्हें आगे नहीं जाने दिया गया। फरीसी विश्वास करते थे कि इन बुजुर्गों को मूसा की अपेक्षा अधिक व्यापक तथा गहन ज्ञान प्राप्त हुआ, जिसे लिखा जाना वर्जित था। यह केवल मौखिक रूप से ही आगे बढ़ाया जाना था। इन मौखिक परम्पराओं को लिखित टोरा के मुकाबले प्रमुखता दी गयी जिन्हें हम उत्पत्ति से व्यवस्था विवरण तक के रूप में जानते हैं। इसका प्रमाण स्वयं तल्मूड में ही मिलता है:

एरुबिन २१ बी : "पुत्र, लेखक के शब्दों पर टोरा के मुकाबले अधिक ध्यान दो।"

Rabbi Mann: और ये ही रूढ़वादी को गैररूढ़वादी से अलग करता है।

पादरी एंडरसन: गैर परंपरावादी तल्मूड को मानव निर्मित मानते हैं?

Rabbi Mann: उसमें ज्यादा कृत्रिमता थी। विकास के समय और विकास के बाद।

पादरी एंडरसन: जबकि आप मानते हैं कि तल्मूड ईश्वर द्वारा अनुप्रेरित है।

Rabbi Mann: ये ईश्वर से प्रेरित है। हां

Rabbi Wiener: शास्त्र से जुड़ी किसी भी चीजों को हमेशा ईश्वर का वचन माना जाता है और वे भी एक बड़े समुदाय द्वारा।

पादरी एंडरसन: इसमें तल्मूड भी शामिल हैं?

Rabbi Wiener: हां।

Texe Marrs: उन्होंने कहा, “तुम मोज़ेज के धर्म में विश्वास नहीं करते हो। तुम्हारा विश्वास तुम्हारे धर्म के लिए है,” उन्होंने यहूदियों से कहा, “तुम्हारे पास तुम्हारे धर्म के लिए बुजुर्गों की परंपराएं हैं”।

मार्क ७. ७ में, ईसा ने फरीसियों से कहा, "पर वे वृथा मेरी उपासना करते हैं क्यों कि मनुष्यों की आज्ञाओं को धर्मोपदेश ठहराके सिखाते हैं."

पादरी एंडरसन: और तल्मूड मानव निर्मित सिद्धांत हैं।

Rabbi Mann: बिना प्रशिक्षित साधारण आदमी के लिए तालमुद का मौखिक कानून को समझना आसान नहीं है, यह जटिल है। शिक्षक चाहिए।

पादरी एंडरसन: क्या एक ठेठ रबी ने इसे आदि से अंत तक पढ़ा है?

Rabbi Wiener: मुझे नहीं पता, उन्होंने क्या पढ़ा है।.

पादरी एंडरसन: क्या तुमने इसे शुरू आखिर तक पढ़ा है?

Rabbi Wiener: मैं नहीं कहूंगा कि मैंने सभी 36 संस्करण पढ़े हैं। लेकिन बहुत से पढ़े हैं।

पादरी एंडरसन: जाहिर है कि तुमने इसमें से काफी कुछ पढ़ा है।

Rabbi Wiener: लेकिन मुझे विश्वास है जो लोग अपनी शक्ति उन्हें पढ़ने में लगाते हैं उन्होंने ऐसा किया हो।

पादरी एंडरसन: यहूदी हमेशा से ये जानते रहे हैं कि यदि ईसाईयों को पता चल गया कि तल्मूड में क्या है तो वे अत्यंत क्रोधित हो जायेंगे। इसिलए यहूदियों ने प्रभु यीशु के लिए अत्यंत निंदनीय बातें छिपा कर रखीं क्योंकि लोग हिब्रू भाषा में बात चिट नहीं करते।

Texe Marrs: यह वह बातें हैं जिसे वो लोग ईसा मसीह के बारे में तलमुड में कहते हैं। इसमें एक हिस्सा ईसा मसीह के बारे में है। असल में, प्रिंस्टन यूनिवर्सिटी में यहूदी स्टडी के डायरेक्टर डॉ शॉफर, जो खुद एक यहूदी हैं, वो इस बारे में एक पूरी किताब लिख रहे हैं। वे एक किताब़ लिख चुके हैं, “जीसस इन द तलमुड”। इसलिए, अगर आपको तलमुड से ईसा मसीह का संबंध जानना हो, तो डॉ शॉफर द्वारा लिखित इस किताब़ “जीसस इन द तलमुड” को प्राप्त करें।

पीटर शेफर प्रिंसटन विश्वविद्यालय में यहूदी अध्ययन प्रमुख हैं।उन्होंने अपनी पुस्तक "जीसस इन तल्मूड" में तल्मूड में प्रभु यीशु का नाम जहाँ जहाँ आया है, उसका उल्लेख तथा विश्लेषण किया है।

पादरी एंडरसन: ध्यान रखो की तल्मूड प्रभु यीशु के जीवन के सैकड़ो वर्षों बाद लिखे गए, अत: इसमें यीशू के सम्बन्ध में घृणित और निंदनीय सन्दर्भ आते हैं।

तल्मूड के अनुसार, यीशु व्यभिचार की संतान थे, मैरी और एक रोमन सिपाही पंतेला की अवैध संतान। यीशु ने अपना प्रारंभिक जीवन मिस्र में बिताया जहाँ उसने काला जादू, मूर्तिपूजा और टोना जैसी विद्या सीखी।

Texe Marrs: ईसा मसीह एक वेश्या के बेटे थे। मैरी एक वेश्या थी। उसके बहुत लोगों से अनैतिक संबंध थे। उनके पिता एक रोमन टुकड़ी के नायक थे।

तल्मूड प्रभु यीशु की और निंदा करते हुए उन्हें मूर्ख कहता है और उनकी तुलना पुराने विधान के बदमाश जैसे बलाम, अहितोफेल, दोएग और गेहाज़ी जैसे लोगों से करता है।

पादरी एंडरसन: तल्मूड यहूदियों द्वारा यीशु जाने की बात कहता है?

Rabbi Mann: अनिश्चित रूप से मेमोनाइट्स का यह मानना था यहूदियों ने उन्हें मारा है और यह कि यहूदियों ने उन्हें मार डाला उनके कुछ सिद्धांतों के लिए और हुआ भी यही।

पादरी एंडरसन: क्या आप विश्वास करते हैं कि यहूदियों ने यीशु को मारा?

Rabbi Mann: यह संभव है कि यहूदियों ने ईशु को मारा। माना कि उन्होंने ऐसा किया। शायद वे मरने के ही लायक थे। शायद वे उपद्रवी थे। चलो मान लेते हैं कि हमने किया, हमने किसी को मारा।

पादरी एंडरसन: तल्मूड वास्तव में यीशु के कम उम्र में मरने की बात बताता है। उसमें कहा गया है, " क्या तुमने सुना है कि बलाम की उम्र क्या थी? उत्तर मिला, खूनी और धोखेबाज़ लोग अपनी उम्र का आधा भी नहीं जीते। आगे बताया गया कि उसकी उम्र ३३-३४ साल की थी।" आप कहेंगे," रुको, यह तो बलाम के विषय में है, यीशु के विषय में नहीं।" किन्तु पृष्ठ के अंत में दिए गए फुटनोट को देखो, " तल्मूड में बलाम को अक्सर यीशु का एक प्रकार बताया गया है। " केवल इतना ही नहीं, यहूदी विश्वकोष भाग २, पृष्ठ ४६९ में बलाम शीर्षक के नीचे कहता है, "बलाम - सान हेड्रिन १०६ बी और गिट्टिन ५७ में यीशु को दिया गया। "

पीटर शेफर पुस्तक "जीसस इन तल्मूड " में कहते हैं कि इस में शक की कोई बात नहीं है कि इसमें विवरण यीशु के सन्दर्भ में ही है। " पुस्तक में में कहा गया है, " इसमें कोई शर्म की बात नहीं है कि हमने एक निंदनीय मूर्तिपूजक को मार गिराया है। यीशु इस मौत के ही लायक था और हमने उसे वह मौत दे दी है। "

इसी पुस्तक में एक अन्य स्थान पर कहा गया है, " वह एक ईश-निंदक और मूर्ति पूजक था और रोमन सिपाही इससे पूरी तरह बेफिक्र थे। हमने जोर दिया कि उसे अपने किये की सजा मिलनी ही चाहिए। हमने रोमन राज्यपाल को यह विश्वास भी दिलाया ( सीधे शब्दों में उसे मानने को बाध्य किया ) कि इस विधर्मी और ढोंगी को मौत के घाट उतारा जाना चाहिए और हम इस पर गर्वित हैं।

शेफर ने अपनी पुस्तक पर प्रकाशित पब्लिशर्स वीकली में एक लेख में कहा, " मैं ईसाईयों और यहूदियों के बीच चल रही बातचीत को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुँचाना चाहता। किन्तु बातचीत के लिए ईमानदारी आवश्यक है और मैं सिर्फ ईमानदार होने का प्रयास कर रहा हूँ।“

Texe Marrs: आज काफी संख्या में मैसोनिक यहूदी तलमुड लेना चाहते हैं और इसे ईसाई बनाना चाहते हैं। आप कैसे इस विधर्मी किताब़ को ले सकते हैं और इसे ईसाई बना सकते हैं? ईसा मसीह से संबंधित सभी झूठ इसमें हैं।

Rabbi Abrami: सभी चार्ज प्रतिनिधि ने यहूदियों को ईशु की मृत्यु का दोषी ठहराया और यह पोलुस की करनी है ये पेालुस की करनी है जो थिसलु नेकिया का पत्र अध्याय 14 एवं 15 पंक्ति में है।

क्योंकि हे भाईओं ख्रीष्ट यीशु में ईश्वर की मंडलियां जो यिहुदिया में है, उनके तुम अनुगामी बने कि तुमने अपने स्वदेशियों से वैसा ही दुःख पाया जैसा उन्होंने भी यिहुदिओं से. जिन्होंने प्रभु यीशु को और भविष्यद्वक्ताओं को मार डाला

पादरी एंडरसन: अब ये क्या कहता है?

Rabbi Abrami: यह जहर है। जिसने ईसाई पीढ़ी के मन को जहरीला बना दिया है। क्या यह आपको पता था?

पादरी एंडरसन: अत:, १ थिस्सलोनियंस २.…

Rabbi Abrami: यह पोलुस है। आज तक 26 प्रतिशत अमेरिकी यही मानते हैं कि यहूदी ही ईशु की मृत्यु के जिम्मेदार हैं।

Texe Marrs: मेल गिब्सन ने जब अपनी फिल्म “द पैशन ऑफ द क्राइस्ट” का प्रदर्शन किया, तो लोगों ने कहा, “ओह, वो तो यहूदी-विरोधी है! कितना शैतान आदमी है! वो कहता है ईसा मसीह को यहूदियों ने मारा!” वैसे, बाइबिल भी यही कहती है।

Rabbi Abrami: ष्च्ंेेपवद व िजीम ब्ीतपेजष् फिल्म में दिखाई गई थी तो यह 26 से 36 प्रतिशत हो गया था। क्योंकि लोग बहुत सीधे हैं यह फिल्म यहूदियों को बुरे लेागों का दर्जा देती है जो कि सब बकवास है।

पादरी एंडरसन: यहूदी कहते हैं कि 'उन्होंने यीशु को मारा' एक मिथक है। अब मैं आपको समझाता हूँ कि यह कोई मिथक नहीं है। यह बाइबिल में है।

Rabbi Abrami: ईसाई इसे मानते हैं और आज भी मानते हैं। ये उनके मन की गहराई में बसे हैं। वे सभी यहूदी को दोषी ठहराते हैं जबकि कोई यहूदी तब थे ही नहीं।

पादरी एंडरसन: अंक ३:१३ में देखो।

"इब्राहीम और इसहाक और याकूब के ईश्वर ने अपने सेवक यीशु की महिमा प्रगट किई जिसे तुमने पकड़वाया उसको पिलात के सम्मुख नकारा जब कि उसने उसे छोड़ देने को ठहराया था."

पादरी एंडरसन: वह हज़ारों यहूदियों के बीच प्रचार करते हुए कहता है,

"और अब हे भाइयों मैं जानता हूँ कि उन्होंने वह काम अज्ञानता से किया और वैसे तुम्हारे प्रधानों ने भी किया."

पादरी एंडरसन: एक मिनट रुको। मैं समझता था कि यह केवल राजाओं ने किया है। नहीं, उसने कहा," तुमने किया जैसा कि तुम्हारे राजाओं ने भी किया। " मतलब यह केवल राजाओं ने नहीं किया, प्रजा के लोगों ने भी किया। यदि हम इंजील पढ़ें, तो लोग चिल्ला रहे थे, हज़ारों की तादाद में यहूदी चिल्ला रहे थे, " उसे सूली पर चढ़ाओ।" और वह कहता है," क्या मैं तुम्हारे राजा को सूली पर चढ़ाऊँ ?" " हमारा कोई राजा नहीं, केवल सीज़र है। " " तो मैं इस सही आदमी के खून के उत्तरदायित्व से मुक्त हूँ। " रोमन पिलातुस ने कहा। " उन्होंने उत्तर दिया, " हाँ, हाँ यह खून हम पर और हमारे बच्चों होगा।"

Texe Marrs: इसमें कहा गया कि ईसा मसीह ने यहूदी धर्म को भ्रष्ट किया, और उनके गुनाहों की सज़ा के तौर पर, अब वो नर्क की आग में जल रहे हैं, और हमेशा जलते रहेंगे।

Pastor Coleman: वे ईसा मसीह से नफ़रत करते हैं। वे उनके नाम से भी नफ़रत करते हैं। मैं सोचता हूँ ऐसा इसलिए हैं क्योंकि वे ईश्वर की नहीं शैतान की संताने हैं। इसीलिए शैतान- कल्पना कीजिए ईसा मसीह के प्रति उसके पास कितनी नफ़रत होगी, तो आप क्या सोचते हैं उसकी संतानों के पास भी तो यही होगा?

Texe Marrs: औसत यहूदी मानते हैं कि ओल्ड टेस्टामेंट मिथकों और कहानियों की एक शानदार किताब़ है जिससे अच्छी शिक्षाएं मिलती हैं, लेकिन आप ओल्ड टेस्टामेंट को केवल तलमुड और कब्बालाह को पढ़कर ही समझ सकते हैं।

पादरी एंडरसन: यहूदियों ने उत्पत्ति के प्रथम अध्याय से ही टोरा पर विश्वास करना बंद कर दिया।

Rabbi Wiener: मैं विश्वास करता हूं कि रचना एक अंतहीन प्रक्रिया है। विकास प्रक्रिया का ही एक हिस्सा है और मेरे लिए शुरूआत है। आप जानते हैं बहुत ऐसे लोग जो बिगबैंग थ्योरी के बात करते हैं मेरा उनसे कोई विवाद नहीं है।

पादरी एंडरसन: तो तुम उत्पत्ति का प्रारम्भ अदन के बाग और साँप से नहीं मानते..... शब्दार्थ से नहीं मानते?

Rabbi Wiener: नहीं मेरे लिए सिर्फ कहावत है।

पादरी एंडरसन: जब तुम मूसा की पुस्तकों की मुख्य सीखों की और ध्यान दोगे, यहूदी उत्पत्ति से लेकर व्यवस्था विवरण तक कुछ भी नहीं मानते। मैं जानता हूँ कि खतना ....

Leader Schesnol: आउच।

पादरी एंडरसन: मेरे ख्याल से यह यहूदी धर्म का एक बड़ा हिस्सा है। ठीक?

Leader Schesnol: ऐसा ही है।

Rabbi Wiener: अगर एक बालिग मेरे पास धर्म परिवर्तन के लिए आता है और उसका खतना नहीं हुआ है तो वह बहुत आम मुद्दा है। आप एक सुई लीजिए और उसे हलके से चुभा दीजिए जिससे कि उसके खून की 1 बूंद निकल आये और काफी।

पादरी एंडरसन: यह प्रतीकात्मक अधिक है?

Rabbi Wiener: हां।

Leader Schesnol: सिर्फ उसकी स्वेच्छा दर्शाने के लिए उस प्रसंविदा का हिस्सा बनने के लिए ऐसा किया जाता है।

पादरी एंडरसन: वे आगे की चमड़ी को पूरा नहीं निकालते? केवल प्रतीकात्मक रूप से थोड़ा सा ....

Leader Schesnol: बिल्कुल.

पादरी एंडरसन: टोरा के अनुसार, इब्राहीम ९९ साल का था जब उसका खतना हुआ और उसका बेटा इस्माईल केवल १३ का। मगर आजकल वे लोग नहीं करते?

Leader Schesnol: नहीं।

पादरी एंडरसन: अब नए विधान ( न्यू टेस्टामेंट) को मानने वाले ईसाई खतना नहीं करवाते। मगर यहूदी, याद रखो, वे कहते हैं कि वे मूसा के विधान को मानते हैं, इसलिए अगर वे वास्तव में मानते हैं तो उन्हें आगे की चमड़ी पूरी निकाल कर खतना करवाना चाहिए। टोरा यही सिखाता है।

Pastor Berzins: मैंने इसे कई बार सुना है, “ओह, यहूदी ओल्ड टेस्टामेंट पर विश्वास करते हैं। वे सिवाय ईसा मसीह के, हम जो भी करते हैं उस पर वे विश्वास करते हैं”, और वह एक झूठ है। वे परमेश्वर पर विश्वास नहीं करते हैं। वे ईसा मसीह पर विश्वास नहीं करते हैं। वे ओल्ड टेस्टामेंट पर विश्वास नहीं करते हैं, और वे न्यू टेस्टामेंट पर विश्वास नहीं करते हैं। वे दोनों में से किसी पर विश्वास नहीं करते हैं।

Rabbi Wiener: आप किस तरह से सही गलत चीजों का नतीजा निकालते हैं इसे सभ्यता कहते हैं। लोग एकजुट होते हैं और संकल्प लेते हैं ‘‘तुम्हें चोरी नहीं करना चाहिए’’ तो सभ्यता बताती है ‘‘ यह बुरी है’’ और इसी तरह हम अच्छाई को मापते हैं। अगर आप एक अच्छे समाज से हैं जहां चोरी करने को अच्छा माना जाता है तो उसी तरह सभ्यता अच्छाई और बुराई में अंतर करती है। वहां आप चोरी नहीं करते तो आप बुरे हैं और करते हैं तो आप हममें से एक हैं।

पादरी एंडरसन: क्या पूर्ण सत्य या पूर्ण मिथ्या कुछ है, जैसे चोरी करना गलत है क्योंकि परमपिता परमेश्वर ने ऐसा कहा है?

Rabbi Wiener: मेरी राय में कोई पूर्ण नहीं है।

Pastor Romero: जॉन 5:46-47 में यह कहा गया है

"क्यों कि जो तुम मूसा का विश्वास करते तो मेरा विश्वास करते इसलिए कि उसने मेरे विषय में लिखा. परन्तु जो तुम उसके लिखे पर विश्वास नहीं करते हो तो मेरे कहे पर क्यों कर विश्वास करोगे."

Pastor Romero: ईसा मसीह यहूदियों को उनके दिन के बारे में कह रहे हैं कि उन लोगों ने मोज़ेज पर विश्वास नहीं किया था। उन लोगों का पुरजोर दावा था कि वो मोज़ेज पर विश्वास करते हैं और वे लोग उन पर विश्वास नहीं करते हैं, लेकिन वे यहां समझाते हैं, कि यदि तुम उन पर विश्वास नहीं करते हो, तब तुम मोज़ेज में विश्वास नहीं करते हो।

Rabbi Wiener: हम अलग अलग तरह से अभ्यास करते हैं। हम अलग अलग तरीके से सोचते हैं और शायद हमारा दृष्टिकोण भी अलग है। लेकिन हमारी मंजिल एक है। हम ईश्वर तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं और यही हमारा मुख्य उद्देश्य है।

पादरी एंडरसन: तो तुम मानते हो कि सारे धर्म एक ही मंजिल की ओर जा रहे हैं, केवल रास्ते अलग अलग हैं?

Rabbi Wiener: बिल्कुल, हमारे पास अलग अलग तरीके हैं ईश्वर तक पहुंचने के। पर यह किसी एक को दूसरे से बेहतर नहीं बनाता। ईश्वर तक पहुंचने का कोई एक रास्ता नहीं है। ईश्वर को समझने का कोई एक तरीका नहीं हैं। हमें एक दूसरे को समझना होगा। हमें अपने आपको समझना होगा।

Rabbi Abrami: मुक्ति या मोक्ष जैसी कोई चीज नहीं है जो हमें बदल दे। आप वो करते हैं जो सही है और आप अपने आपको हर वक्त बचाते हैं। ईश्वर स्वर्ग में नहीं है, अगर कोई मुझे बताता है कि आत्मा स्वर्ग में है तो उन्हें आत्माओं के बारे में क्या पता। ये बच्चों के लिए है आपको उन्हें इस प्रकार बताना पड़ता है। ‘‘आज दादाजी घर क्येां नहीं आये’’ वो स्वर्ग में हैं।

पादरी एंडरसन: और दोज़ख? क्या दोज़ख यहूदी धर्म का हिस्सा है? एक डरावनी सजा पाने वाली जगह.……

Rabbi Abrami: मैं नरक में रहा हूं जिसे हम बोलते हैं ‘‘वैली आॅफ हिनम’’

पादरी एंडरसन: जहन्नुम भी। ठीक?

Rabbi Abrami: यरूशलम के ठीक बाहर एक जगह है जिसे हम ‘‘वैली आॅफ सन्स आॅफ हिनम’’ कहते हैं। ये वो जगह है जहां नास्तिक भेंट चढ़ाने के लिए मनुष्य की बलि चढ़ा देते हैं और निष्कर्ष के रूप में वे कभी कल्पना करते थे कि विश्व में एक ऐसी जगह है जहां एक दिन सभी बुरे लोगों केा जाना है।

पादरी एंडरसन: तो तुम नहीं मानते कि पुराने विधान में किसी दोजख या जहन्नुम जैसी कोई सीख है?

Rabbi Abrami: नहीं।

पादरी एंडरसन: ओके, ठीक है।

Rabbi Wiener: बहुत से लोग आपको कहेंगे कि बाइबिल कहती है कि अगर आप कुछ नहीं करेंगे तो आपकी जिंदगी बेकार है या फिर आप नरक में जायेंगे।

पादरी एंडरसन: दोज़ख

Rabbi Wiener: जेा भी हो हम इसे नहीं मानते उस तरह कुछ, लेकिन मेरी भावनायें अलग हैं।

पादरी एंडरसन: यदि यहूदी उत्पत्ति को स्वीकार नहीं करते, आदम और हव्वा की कहानी पर विश्वास नहीं करते, उन्हें नूह पर विश्वास नहीं, बेबल की मीनार पर भरोसा नहीं, वे इन कहानियों का उपहास करते हैं, वयस्कों का खतना कराने में उन्हें विश्वास नहीं, पशु बलि पर उन्हें भरोसा नहीं, तो फिर वे टोरा के किस हिस्से को मानते हैं? यह उनकी सबसे ज्यादा मान्य किताब है, पर जब तुम इनकी सीखों पर ध्यान दो तो वे इनमें से एक को भी नहीं मानते।

पादरी एंडरसन: आज अमेरिका में ऐसे कई ईसाई हैं जो इसराइल समर्थक हैं।

Rabbi Mann: बहुत।

क्या ये इतिहास में हमेशा से ऐसा ही रहा है?

Leader Schesnol: हे भगवान, नहीं।

पादरी एंडरसन: या यह कोई नई घटना है?

Leader Schesnol: नहीं। ये पूरे इतिहास में कभी नहीं हुआ।

Rabbi Mann: पारंपरिक रूप में इसाई धर्म अनिवार्य तुलनात्मक सामी विरोधी था। ईसाइ्र जायोनिस्ट की धारणा नवीनतम है। वे लोग इस धारणा को बनये रखते हैं, कि यहूदी ईश्वर के द्वारा चुने हुए लेाग हैं और हमेशा हैं ईश्वर द्वारा चुने हुए लोगों में रहेंगे। वे ये परिभाषा इस्तेमान करते हैं ‘‘ज्ीम ंचचसम व िहवकश्े मलम’’

पादरी एंडरसन: क्या ऐसा अभी अभी हुआ है?

Rabbi Mann: हां, मैं कहूंगा कुछ 100 साल हैं, इससे ज्यादा पुरानी बात नहीं होगी।

Rabbi Abrami: प्रतिस्थापना धर्मशास्त्र ने बहुत अहम भूमिका निभाई हैं इसाई धर्म में।

TV Preacher 1: विपरीत धर्म-शास्त्र क्या है?

Hal Lindsey: विपरीत धर्म-शास्त्र यहूदी विरोधी ईसाई का मूल और भाग है।

TV Preacher 2: यह चर्च में एक संक्रमण की तरह है।

TV Preacher 3: मुख्य रूप से यह कहता है कि अब चर्च इज़राइल का स्थान ले चुका है, और यह धर्म-शास्त्र जो यहूदी लोगों के स्थान को नकारता है और उसका स्थान चर्च को देता है, एक नया और सच्चा आध्यात्मिक इज़राइल मानता है, यह बहुत खतरनाक है क्योंकि मैं मानता हूँ कि यह यहूदी विरोध का मूल कारक है।

Rabbi Abrami: बहत से धर्मशास्त्रियों ने सदियों से प्रतिस्थापना धर्मशास्त्र का पं्रचार किया है।

पादरी एंडरसन: क्या तुम कुछ ऐसे लोगों का नाम बता सकते हो जो इसका प्रचार करते हैं?

Rabbi Abrami: मेरे पास सब कुछ है जान क्रिसोेस्टोंमा के बारे में वे चर्च के मुख्य सामीविरोधी थे।

जॉन क्रीसोस्टोम: " यहूदी पूजा स्थल वेश्यालय से भी बदतर हैं.… बदमाशों और जंगली जानवरों की रिहाइश है.... मूर्ति पूजक दैत्यों का मंदिर है.... अय्याशों का घर और शैतानों का मुकाम है. … यहूदियों का आपराधिक जमावड़ा है। .... ईसाईयों के हत्यारे यहाँ मिलते हैं.... अधर्मी शैतानों का घर और बर्बादियों का समंदर है। यही बात मैं उनकी रूहों के बारे में भी कहूँगा।

Rabbi Abrami: उन्होंने यहूदियों को पिशाच बना दिया जो अभी भी मौजूद है।

पादरी एंडरसन: तमाम तारीख में ईसाईयों ने यहूदियों को खुद के चुने हुए लोगों में से नहीं माना। उन्हें ऐसे लोग माना गया जिन्होंने ईसा मसीह मानने से इंकार कर दिया और इसीलिए खुदा ने भी उन्हें नकार दिया। उदहारण के लिए मार्टीन लूथर ने मरने से पूर्व अपनी आखिरी किताब का नाम रखा, " ऑन दि ज्यूस एंड देयर लाइज़" और इस किताब में उसने इंजील से तरह तरह के तर्क रखे कि यहूदी क्यों खुदा के चुनिंदा लोगों में नहीं हैं। उसने तल्मूड की कई निंदनीय सीखों का भी खुलासा किया है।

Texe Marrs: उनके अंतिम जलसे में, उन्होंने यहूदियों के बारे में उपदेश दिया था, और उन्होंने कहा यहूदी हमारे ईश्वर और रखवाले ईसा मसीह से नफ़रत करते हैं, और उनके दगाबाज़ी से भरे हुए व्यवहार से, वे सभी प्रकार की तिकड़मों और छल से हमारे साथ दगा करते हैं। और वे उन पर बहुत गुस्सा हो गए, उन्होंने वास्तव में कहा हमें जाकर तलमुड की उनकी सभी प्रतियों को जला देना चाहिए। वे तलमुड से बहुत गुस्सा थे। निसंदेह, आज यहूदी उनको घोर यहूदी-विरोधी मानते हैं।

Rabbi Abrami: सेन्ट आगस्टिन भी उनमें से भी थे।

पादरी एंडरसन: वह भी यहूदी विरोधी था?

Rabbi Abrami: बिल्ज्कुल सही वे बहुत नीचा दिखाते थे। ये सही में नफरत है।

पादरी एंडरसन: इससे कोई फर्क नहीं पड़ता की तुम जॉन क्रीसोस्टोम को सुन रहे हो या संत ऑगस्टीन, आदरणीय संत पीटर,मार्टिन लूथर या जॉन कैल्विन को.... किसी भी गिरजा के पादरी का नाम लो। इतिहास से किसी भी प्रोटेस्टैंट का नाम लो। सभी यहूदियों के बारे में लोग इस बात को मानते हैं कि यहूदी पूजा स्थल शैतान मंदिर है। यह एक झूठा धर्म है। "यहूदी भी खुदा के चुने हुए लोगों में हैं" अभी नया पैदा हुआ सिद्धांत है।

Texe Marrs: आप जानते हैं, पूर्व में 18वीं शताब्दी के अंत से पहले, जिस बारे में हम बात कर रहे हैं उसे प्रत्येक व्यक्ति जानता था, कुछ चीजें बदलाव की शुरुआत कर सकती हैं, पहले डॉ साइरस स्कॉफील्ड के साथ।

Pastor Furse: ईसाई पहचान स्कॉफील्ड एक तलाकशुदा आदमी थे। उनको शराब की लत थी। वो वकील से उपदेशक बने थे। उन्होंने अपनी पहली पत्नी लियोनटाइन सेरी को 1883 में छोड़ दिया। यह उनके अपनी पहली किताब़ “राइटली डिवाइडिंग द वर्ड ऑफ ट्रूथ” को लिखने के ठीक एक साल बाद हुआ था। तो वो 1882 में अपनी पहली किताब़ “राइटली डिवाइडिंग द वर्ड ऑफ ट्रूथ” लिखते हैं और 1883 में अपनी पहली पत्नी को छोड़ देते हैं, दूसरी महिला से शादी करते हैं, और उसके बाद में टेक्सॉस में-बहुत मशहूर, बहुत प्रसिद्ध-पॉस्टर बन जाते हैं। स्कॉफील्ड की ईश्वरीय संदेशों, पुनरागमन वाली बाइबिल को एक बड़े व्यापारी की आर्थिक सहायता के साथ संपादित किया गया था, उस व्यापारी की धार्मिक आस्थाओं पर कुछ प्रश्न उठ चुके थे।

उनके पास पैसा लेकर सेवा करने वाले यहूदी थे जिन्होंने उनको लोट्स क्लब का सदस्य बना दिया था-जो एक गुप्त समाज की तरह था - और अचानक उनके पास बहुत सा पैसा आ गया था। यह भ्रष्ट वकील जिसने अपनी पत्नी को बेसहारा छोड़ दिया था और कई मामलों में इसे दोषी पाया गया था जैसे वकालत में भ्रष्टाचाप- लेकिन स्कॉफील्ड ने पैसे खर्च किए और ऑक्सफोर्ड समूह ने उसकी बाइबिल को इंग्लैंड के बाहर छपवाया था। उन्होंने भ्रष्ट वकील को क्यों लिया होगा और उसे बाइबिल का संपादक क्यों बनाया होगा? और उसके बाद अचानक ही उन लोगों को इसे प्रचारित करने के लिए लाखों डॉलर मिल गए। इतने पैसे के साथ, बाइबिल का बहुत मशहूर हो गई, और मुख्य रूप से यह यहूदियों के लिए एक गुप्त समझौता था।

पादरी एंडरसन: बाइबिल (स्कोफ़ील्ड संदर्भ) एक अत्यधिक इसराइल समर्थक ग्रंथ है, अत्यधिक यहूदी और इस पुस्तक ने नयी पीढी के युवा प्रचारकों की सोच में किसी भी दूसरी किताब के मुकाबले में बहुत अधिक परिवर्तन लाया है।

ईसाईयों में आजकल एक अन्य विश्वास है, जो एक गलत विश्वास है, जिसके बारे में धर्म की किताब़ों में नहीं लिखा है, वो विश्वास है कि हमें इज़राइल को आशीष देना चाहिए। वे उन बातों पर जाते हैं जिसे वे अब्राहमिक आदेश कहते हैं। वे जेनेसिस 12 पर वापस जाते हैं, और कहते हैं, “यदि हमें परमेश्वर का आशीष चाहिए तो हमें इज़राइल को आशीष देना होगा, हमें उन्हें आशीष देना होगा ”

उत्पत्ति १२:१-३ इस विषय पर मुख्य लेखन है जिसमें परमपिता ईश्वर इब्राहिम को बुलाता है तथा आशीर्वाद देता है। यह कहता है, " और अब ईश्वर इब्राहिम से कहता है, “अपने देश से बाहर निकलो, अपने परिजनों तथा पिता के घर से भी, और उस जगह पर जाओ जो मैं तुम्हें दिखाता हूं । मैं तुमसे एक महान देश बनाऊंगा । और मैं तुम्हें आशीर्वाद दूंगा। मैं तुम्हारे नाम को महान बनाऊंगा। मैं तुम्हें दूसरों को आशीर्वाद देने योग्य बनाऊंगा। र्मैं उन्हें आशीर्वाद दूंगा जो तुम्हारे लिये आशीर्वचन कहेंगे और उन्हें श्राप दूंगा जो तुम्हें अभिशाप देंगे। तुम्हारे द्वारा इस पृथ्वी के समस्त परिवार आशीर्वाद धन्य होंगे।“

पादरी एंडरसन: अब इस लेखन के अनुसार परम पिता इब्राहिम से आशीर्वाद देने हेतु वचनबद्ध है। ध्यान रहे कि यहां तुम एक वचन है और परम पिता का वचन केवल इब्राहिम के लिये है। किन्तु स्कोफ़ील्ड ने अपने उत्पत्ति: १२ के नोट में ऐसा माना कि यह 'तुम' भविष्य के सम्पूर्ण इसराईल राज्य के लिये है जो कि गलत है। वर्तमान के बहुत से मसीही इन सिद्धान्तों को नये विधान से नहीं ग्रहण करते, बल्कि स्कोफ़ील्ड के सन्दर्भ बाइबिल के नोट से प्राप्त करते हैं। जब तुम पुराने विधान में ईश्वर के द्वारा इब्राहीम को दिये गये वचनों को पढते हो तो तुम्हें गलातियों ३:१६ की सीख का ध्यान रखना होगा जो कहता है,

"फिर प्रतिज्ञाएं इब्राहीम को और उसके वंशों को दी गई........"

अब अगर हम वहां रुक गए, तो आज के सभी ईसाई, या यहूदी, या कोई भी, कह सकते हैं, “देखो! यह अब्राहम और उनके संतान के लिए था, लेकिन पंक्तियां आगे जाती हैं। यह कहती हैं:

वह नहीं कहता है वंशों को जैसे बहुतों के विषय में परन्तु जैसे एक के विषय में और तेरे वंश को, सो ही ख्रीष्ट है.

पादरी एंडरसन: इस प्रकार पवित्र बाइबिल के अनुसार इब्राहीम और यीशु को वचन दिये गये तथा पवित्र बाइबिल अंश २९ में कहती है:

“पर जो तुम ख्रीष्ट के हो तो इब्राहीम के वंश और प्रतिज्ञा के अनुसार अधिकारी हो.”

पादरी एंडरसन: पवित्र बाइबिल के अनुसार हम ईसाई, चाहे यहूदी हों या गैर यहूदी, इब्राहीम को दिये गये वचन के वंशधर हैं। आज जो मध्य पूर्व के इस देश इसराईल में हैं, मसीही नहीं हैं। उनमें से ९९% लोग प्रभु य़ीशु को नहीं मानते। अत: वे इब्राहीम की सन्तान नहीं हैं। अत: उत्पत्ति १२:१-३ उन पर लागू नहीं होता।

Pastor Furse: लोग कहेंगे, "ठीक है, अगर हम अपने ऊपर ईश्वर की कृपा चाहते हैं, यदि हम अपने चर्च पर ईश्वर की कृपा चाहते हैं, यदि हम अपने देश पर ईश्वर की कृपा चाहते हैं, तो हमें इज़राइल का समर्थन करना होगा, हमें अवश्य ही इज़राइल की जमीन का समर्थन करना चाहिए। वैसे, अगर आप केवल अमेरीकी इतिहास के पिछले 66 से 67 सालों को देखें, तो क्या आपको अपने देश पर ईश्वर का आशीष दिखता है? क्या हमने 1940 में गर्भपात को कानूनी कर दिया था? नहीं, यह इसके बाद हुआ। आज के मुकाबले 1940 में हमारे कर्जों की क्या हालत थी? हम उस समय क्या थे उसकी तुलना आज हम क्या हैं उससे तुलना करें? आप मुझे यह नहीं समझा सकते हैं कि ईश्वर का आशीष इस देश पर आ चुका है क्योंकि लोगों के एक भौतिक समूह का समर्थन करने का "वायदा" करने से ईश्वर के आशीष का कोई संबंध है।

पादरी एंडरसन: इतना ही नहीं, यदि तुम यहूदियों के पिछले २००० वर्षों के इतिहास को देखो तो क्या वे ईश्वर के आशीर्वाद प्राप्त हैं? नहीं, दुनिय के हर देश में उन्हें सताया जाता रहा है और उनसे घृणा की जाती रही है। यहां इस किताब में उन सारे देशों की सूची है जहां से पिछले एक हजार सालों में यहूदियों को निकाल दिय गया था। और जब तुम इस लम्बी सूची को देखोगे तो मन में यह सवाल उठेगा, " क्या कारण था कि यहूदियों को हर देश में घृणित माना जाता रहा है और उन्हें हर जगह सताया गया है?" इसका कारण है उनके द्वारा ईसा मसीह की निन्दा तथा उनका हिंसक ऋण का कारोबार।

अठारहवीं सदी के अन्त में जब रूस में यहूदियों पर अत्याचार बहुत बढ गये तो बहुत से यहूदियों ने यह विश्वास करना आरम्भ कर दिया कि उनका उज्ज्वल भविष्य तभी सम्भव है जब उनका अपना एक देश हो। यही विश्वास बाद में सिओनिस्म कहा गया.

Rabbi Abrami: यहूदी साम्राज्य असल में ‘‘थियोडोर हर्टजल’’ के महान कल्पना की प्रारूप थी।

पादरी एंडरसन: थियोडोर हर्त्श्ल?...

Rabbi Wiener: वे इस जायनिजम के संस्थापक थे।

Rabbi Mann: वे इस युक्ति देते कि सामीविरोधी का कारण यही है कि यहूदियों के पास अपना खुदा का एक राज्य है।

Rabbi Abrami: और उप्होेने एक छोटी किताब लिखी ‘‘ज्ीम ेजंजम व िजीम श्रमूे व’ि’ और उन्होंने कहा कि आने वाले कल में यहूदियों को बचाने का एक ही तरीका है, यहूदियों को यूरोप छेाड़कर अपनी मात्रभूमि में जाहीर बसना चाहिए जा कि इजराइल के भूमि है। यह ग्रंथ भी जायनिज्म को पवित्र बाइबिल की तरह बनाया।

Rabbi Wiener: उम्मीद के विकास और पुर्नजन्म की धारणा ही जायनिज्म का जन्म हुआ। यह पहले विश्वयुद्ध में शुरू हुआ। वाल्फो घोषणा।

Rabbi Mann: वालफो घोषणा महत्वपूर्ण था वो महज सिर्फ एकमात्र एक खत नहीं था।

पादरी एंडरसन: मैं समझता हूं कि यह एक प्रमुख दस्तावेज है...

Rabbi Mann: अंग्रेजी को नीति को समझने का तरीका।

पादरी एंडरसन: तो बेल्फ़ोर घोषणा लार्ड बेल्फ़ोर का एक पत्र है...

Rabbi Abrami: ...लार्ड रेाथ्सचाइल्ड।

पादरी एंडरसन: पहले विश्वयुद्ध में तुर्की जर्मनी का साथी था और वे हार रहे थे, अत: तुर्क साम्राज्य का पतन हो गया। पहले विश्व युद्ध के बाद जब तुर्क साम्राज्य का पतन हो गया तब लार्ड बेल्फ़ोर ने एक घोषणा के द्वारा इसे यहूदियों का देश घोषित कर दिया।

Rabbi Abrami: हां वो एक बड़े अप्रवासन की शुरूआत थी। हजारेां की तादाद में यहूदी, पूर्वी यूरोप से इजराइल में बसने के लिए गयै।

Pastor Anderson: बेलफोर घोषणापत्र लार्ड राथचॉइल्ड को लिखा गया एक पत्र था, इसलिए बेलफोर घोषणापत्र को समझने के क्रम में, हमें यह जानना होगा कि राथचॉइल्ड कौन थे।

Mayer Amschel Rothschild: पैसा ही ताकत है! पैसा ही वह हथियार है जिसके द्वारा यहूदी लोगों को अपनी रक्षा करनी होगी।

मायर अम्स्चेल बौएर जो १७४४ में जर्मनी में पैदा हुआ था, जेविश स्ट्रीट पर महाजनी और सुनारी का व्यवसाय करता था। उसकी दुकान के बाहर बोर्ड पर एक लाल रंग का षट्कोणाकार चिन्ह बना हुआ था। धीरे धीरे उसने अपना नाम बदल कर रोथ्स्चाइल्ड कर लिया जिसका जर्मन भाषा में अर्थ होता है " लाल चिन्ह"।

रोथ्स्चाइल्ड ने जल्दी ही समझ लिया कि व्यक्तिगत ऋण देने की अपेक्षा सरकारों और राजों को ऋण देना ज्यादह फ़ायदेमन्द है। यह न केवल विपुल धनराशि है बल्कि राज्य के करों द्वारा सुरक्षित भी है। मायर रोथ्स्चाइल्ड के पांच बेटे थे जिन्हें उसने पैसा बनाने के इस व्यवसाय में शिक्षा दी और यूरोप की प्रमुख राजधानियों में पारिवारिक बैंकिंग व्यवसाय की शाखाएं खोलने के लिये भेज दिया।

Mayer Amschel Rothschild: आप पांच भाई हैं। मैं चाहता हूँ आप सभी एक अलग देश में बैंकिंग का व्यापार करें- एक भाई जाएं और पेरिस में शुरू करें, एक विएना में, एक लंदन में- सबसे महत्वपूर्ण केंद्रों को चुनें, जिससे कि जब पैसे यहां से लंदन भेजे जाएं, तो हम कहें, आपको अपना जीवन और सोने को खतरे में डालने की जरूरत नहीं होगी। यहां फ्रैंकफर्ट में एमशेल केवल यह कहता हुआ एक पत्र लंदन में नैथन को भेजेंगे, “ऐसा और ऐसा भुगतान कीजिए” और यह लंदन से फ्रैंकफर्ट तक के बाज़ारों को प्रभावित करेगा। आप समझे?

Five sons: हां, फादर

Mayer Amschel Rothschild: आपके समय में, यूरोप में कई युद्ध होंगे, और राष्ट्रों जिनको पास भेजने के लिए पैसा होगा वह राथचाइल्ड के पास आएंगे क्योंकि यह सुरक्षित होगा। आप के पांच बैंकिंग प्रतिष्ठान यूरोप पर छा सकते हैं, लेकिन आप एक प्रतिष्ठान-एक परिवार होंगे: राथचाइल्ड वो हैं जो एक हमेशा एक साथ कार्य करते हैं। यही आपकी शक्ति होगी।

जब १८१२ में मायर आम्स्चेल रोथ्स्चाइल्ड की मृत्यु हुई तो विरासत में उसने अपने बेटों को रोथ्स्चाइल्ड व्यवसाय को चलाने के गुर बताये।

- सभी प्रमुख पदों पर केवल रोथ्स्चाइल्ड परिवार के लोग ही रहें।
- परिवार के सदस्य अपने चचेरे मौसेरे भाई बहनों से ही विवाह करें ताकि परिवार की बेशुमार दौलत बाहर न जाने पाये।
- रोथ्स्चाइल्ड परिवार के सदस्य कभी भी अपने धन का विवरण किसी को न बताएं।

समस्त परिवार अथाह दौलत और ताकत पाने के उद्देश्य से अपने धन्धे को आगे ले जाने लगा। उन्होंने विभिन्न यूरोपीय युद्धों में चोरी छिपे दोनों ही पक्षों को आर्थिक सहायता प्रदान की और यूरोपियन बैंकिंग को लगभग पूरी तरह से अपने कब्जे में ले लिया। अट्ठारहवीं सदी के मध्य तक आते आते रोथ्स्चाइल्ड परिवार विश्व का सबसे धनी परिवार बन चुका था।

Texe Marrs: रॉथचाइल्ड ने इज़राइल का पता लगाने में सहायता की थी, और रॉथचाइल्ड हमेशा इज़राइल के पक्षधर रहे हैं। रॉथचाइल्ड जो कुछ भी चाहते थे, उनको मिला। यह माना जाता है कि वे दुनिया में सबसे अमीर व्यक्ति हैं, और मुझे इस पर थोड़ा संदेह है।

यद्यपि लार्ड रोथ्स्चाइल्ड को बेल्फ़ोर घोषणापत्र १९१७ में ही मिल चुका था किन्तु इस योजना के कार्यान्वयन की स्थिति आते आते १९४७ हो चुक था और दूसरे विश्व युद्ध की त्रासदी के बाद ही इस बात पर आम राय बन पाई कि फ़िलिस्तीन को यहूदियों का देश बना दिया जाये।

पादरी एंडरसन: सन १९४७ में संयुक्त राष्ट्र ने घोषित किया कि फ़िलिस्तीन को दो भागों में बांट दिया जायेगा; एक यहूदी राज्य और एक फ़िलिस्तीनी राज्य।

US Ambassador: यूनाइटेड स्टेट्स प्रतिनिधिमंडल संयुक्त राष्ट्र द्वारा एकमत से दी गई अनुशंसाओं, जो विभाजन और अप्रवासन को लेकर दी गई हैं, उनके मूल सिद्धांतों का समर्थन करता है।

Announcer: बाद में, रूस ने विभाजन अनुशंसा पर यूनाइटेड स्टेट्स का समर्थन किया, उसी समय अरब देशों ने बदला लेने की धमकी दी थी, जिससे पवित्र देश का भविष्य अधर में लटक गया।

Texe Marrs: लेकिन इज़राइल पहला राज्य बना, और उन लोगों ने कभी फिलीस्तीन को एक राज्य नहीं बनने दिया, इसलिए उन लोगों ने संयुक्त राष्ट के नियमों को कभी भी प्रभावी नहीं होने दिया।

१४ मई, १९४८ को डेविड बेन गुरियन, सिओनिस्ट संस्था के प्रधान ने इस्राईल की जमीन पर यहूदी राष्ट्र की स्थापना की विधिवत घोषणा कर दी।

Announcer: मई 1948 में, खून में नहाया हुआ एक नया यहूदी देश “इज़राइल” जन्मा था। यहूदी सैनिकों ने, युद्धों की श्रृंखलाओं जो सालों तक लगातार चलती रहीं, उसके पहले युद्ध में अरब सेनाओं को हाय़फा शहर से खदेड़ दिया था। डेविड बेन-गुरिऑन के नेतृत्व में तेल अवीव में नई सरकार बनी थी। इस प्रकार रोमन साम्राज्य द्वारा 70 एडी में येरूशलम को नष्ट किए जाने के बाद, यहूदी लोगों को अपना राष्ट्र मिला।

Pastor Jimenez: आज बहुत से ईसाई सोचते हैं कि ईश्वर ने इज़राइल राष्ट्र को फिर से बसाया, और ईश्वर ने इस शानदार कार्य को किया, लेकिन क्या ईश्वर वास्तव नें इन लोगों को वापस इज़राइल लाने के लिए इच्छुक थे, या यह केवल संयुक्त राष्ट्र की इच्छा थी?

पादरी एंडरसन: पवित्र बाइबिल हमे बहुत साफ़ शब्दों में हिब्रू ४ में बताती है कि जब वे पहली बार मूसा के साथ वचनबद्ध भूमि पर आये, " अविश्वास के कारण वे वहां प्रवेश नहीं कर सके।" फ़िर चालीस साल बाद उनकी सन्तानें जो ईश्वर पर विश्वास करने लगे थे, पुन: उस भूमि पर प्रवेश कर सके। फ़िर वे दूसरे ईश्वरों की पूजा करने लगे और परम पिता ने क्या किया? परम पिता ने उन्हें वचनबद्ध भूमि से हटा दिया। वे ७० वर्षों के लिये बैबिलोन गये और तब उन्हें पछतावा हुआ और उन्होंने अपना ध्यान झूठे भगवानों से ह्टा लिया, उन्हें फ़िर से वचन्बद्ध भूमि पर लाया गया। फ़िर जब उन्होंने ईसा मसीह को मानने से इनकार कर दिया तो वे फ़िर से निकाल दिये गये। १९४७ में जब वे प्रभु य़ीशु मसीह पर पूर्ण विश्वास करते थे, उन्हें ईश्वर ने वापिस उस जमीन पर पहुंचा दिया। लेकिन क्या वास्तव में ऐसा हुआ? नहीं!

क्या वे ईसा में विश्वास करते थे? देखिए, वहां मौजूद ईसाई, इस प्रश्न को स्वंय से पूछें: क्या इज़राइल में धार्मिक जागरण हो रहा था? क्या लोग ईसा को अपना मसीहा स्वीकार कर रहे थे? उत्तर है नहीं। इसलिए इज़राइल को फिर से बसाने वाले ईश्वर नहीं थे क्योंकि वे उसमें विश्वास करते थे। उन्होंने कहा अगर वे उनके संदेशों को नहीं माने तो वे उनको बिखेर देंगे, और उन्होंने ऐसा किया। उन्होंने कहा जब वे उन विश्वास करेंगे तो वे उन्हें वापस ले आएंगे। उन लोगों ने उन पर विश्वास नहीं किया।

पादरी एंडरसन: तो अगर परमेस्ह्वर उन्हें वापिस नहीं लाया तो कौन उन्हें उस भूमि पर वापिस लाया? शैतान की आत्मा उन्हें वापिस उस भूमि पर लाई। उस भूमि पर उन्हें वपिस लाने वाला था संयुक्त राष्ट्र संघ।

Announcer: इस प्रकार यहूदी देश इज़राइल के बनने का इतिहास लिखा गया था। हिंसा पर संघर्ष और पराश्रयता से मुक्ति में जन्मा, इज़राल वैश्विक मामलों में एक सृजनात्मक आवाज़ बन चुका है। उसका झंडा दुखी दुनिया में आशा का प्रतीक बना था।

पादरी एंडरसन: दाऊद का सितारा। यह चिन्ह कहां से आया?

Rabbi Abrami: ये चीजें बाइबिल में स्पष्ट रूप से नहीं लिखी गई हैं।

Pastor Anderson: क्या यह तलमुंड में है?

Leader Schesnol: नहीं।

पादरी एंडरसन: क्या इसके बारे में पवित्र बाइबिल में कोई उक्ति है? है या नहीं?

Rabbi Wiener: नहीं।

पादरी एंडरसन: तो तुम सब सुनिश्चित नहीं कि यह कहां से आया?

Rabbi Wiener: नहीं।

Rabbi Mann: तुम समझ गये।

पादरी एंडरसन: किसी को पता नहीं?

Rabbi Mann: मुझे नहीं पता।

पादरी एंडरसन: क्योंकि मैं जानता हूं कि यह दाऊद का सितारा है। क्या इसका दाऊद के साथ कोई सम्बन्ध है?

Rabbi Mann: नहीं, मुझे नहीं लगता।

Rabbi Abrami: ये कहीं न कहीं तो होगा। मुझे अच्छी तरह से याद नहीं कि इसका नाता क्या था।

पादरी एंडरसन: मैं विश्वास करता हूं कि दाऊद का सितारा वास्तव में रेम्फ़ान का सितारा है क्योंकि जब तुम पवित्र बाइबिल में देखोगे तो पाओगे कि जब वे दूसरे ईश्वरों की पूजा किया करते थे तो अपने ईश्वर रेम्फ़ान के सितारे का चिन्ह ले कर चलते थे।

Texe Marrs: आपने बाइबिल के ईश्वर को अस्वीकार कर दिया। आपने अपने ईश्वर रेमफॉन या चिउन के लिए सितारा (यह एक 6 कोणों वाला सितारा है) रखा। यह सभी मोलेक, महान बाल, आग के महान देवता जो शैतान है, उसके नाम हैं।

Paul Wittenberger: शैतान

Texe Marrs: यह सही है। बिलज़िबाब। और वे इस बारे में सदमे में थे। अब, सितारा ईश्वर कौन है? अगर वे केवल अपनी ओल्ड टेस्टामेंट को पढ़ें, वे इस बारे में जान जाएंगे। अमोस में, ईश्वर ने कहा तुमने सितारा चुना है, और यह करके तुमने मुझे क्रोधित कर दिया है, और असल में तुमने अपनी संतानों को आग के जरिए सितारा ईश्वर को भेंट कर दिया है। उन लोगों ने अपनी संतानों को भेंट कर दिया। यहूदियों ने ऐसा सितारा ईश्वर के लिए किया था।

जब वे झूठे भगवानों की पूजा करते थे तो रेम्फ़ान का सितारा उनके ईश्वर का प्रतीक चिन्ह था। इञ्जील में कहीं दाऊद के सितारे का जिक्र नहीं मिलता किन्तु केवल झूठे भगवान रेम्फ़ान का ही मिलता है। इसलिये हम जानते हैं कि वे सच्चे ईश्वर के आराधक नहीं हैं । क्योंकि पवित्र बाइबिल कहती है, " जो पुत्र को अस्वीकार करता है, उसे परम पिता की प्राप्ति नहीं हो सकती। जो पुत्र को स्वीकार करता है, वही परम पिता को प्राप्त करता है।" अगर यहूदी पुत्र को नहीं स्वीकार करते, तो वे परम पिता को प्राप्त नहीं कर सकते। तो उनके पास क्या है? कोई दूसरा। एक झूठा भगवान। इसलिये वे उस परमेश्वर की आराधना नहीं करते जिस परमेश्वर की पूजा हम सब करते हैं। कुछ लोग कह सकते हैं कि वे परमेश्वर को तो स्वीकार करते हैं पर ईसा मसीह को नहीं मानते। किन्तु पवित्र बाइबिल हमें सिखाती है कि जो पुत्र को स्वीकार नहीं करता, वह परम पिता की आराधना नहीं कर सकता।

Texe Marrs: अगर आप फ्रीमेसेनरी के मेसोनिक बंधुत्व पर वापस जाते हैं, तो उनके महान प्रतीक G को पाते हैं। आप कंपास पर सितारे की ओर देखें, जो डेविड के सितारे के जैसा है। वास्तव में, उनके पास कई मेसानिक मंदिरों में डेविड का पूरा सितारा है। वह क्यों है? मेसानरी, यहूदी धर्म और कब्बालाह का अध्ययन है।

अक्टूबर 28, 1927 को ज्यूश ट्रिब्यून अखबार ने कहा, “मेसनरी यहूदी धर्म पर आधारित है। मेसोनिक परंपराओं में यहूदी धर्म की शिक्षाओं को हटा दीजिए, और देखिए क्या बचता है?”

Texe Marrs: अल्बर्ट पाइक ने अपनी किताब़ "मोरल्स और डोगमा" में कहा कि कब्बालाह ही मूल है। बिना कब्बालाह के हमारे पास मेसॉनिक प्रथा की 33 परंपराएं नहीं होंगी। लेकिन जिस ईश्वर की वो प्रार्थना करते हैं, वो महान निर्माता, मोलोक, सितारों का ईश्वर है। अगर कोई मुझसे कहता है कि यहूदियों को स्वंय ईसा द्वारा बहुत बड़ा श्राप नहीं दिया गया था... वह वहां है।

Pastor Jimenez: जॉन 8:37 में, यह रोचक इसलिए है क्योंकि ईसा ने यह कहा: मैं जानता हूँ कि तुम लोग अब्राहम की संतान हो। इसलिए वे इस तथ्य को मान रहे हैं कि वो लोग शारीरीक रूप से अब्राहक के वंशज हैं। उन्होंने कहा, "मैं जानता हूँ कि तुम अब्राहम की संतान हो, लेकिन तुम मुझे मारना चाहते हो, मेरे संदेश के लिए तुम्हारे पास कोई स्थान नहीं है। मैं वह कहता हूँ जिसे मैंने अपने पिता के साथ देखा है और तुमने वह करते हो जिसे तुमने अपने पिता के साथ देखा। उन लोगों ने जवाब दिया और उन से कहा, अब्राहम हमारे पिता हैं। ईसा अपना संदेश उन को देते हैं, यदि तुम अब्राहम की संतान थे, तो तुम अब्राहम का काम करोगे"। इसलिए यह रोचक है क्योंकि वर्स 37 में, वे मानते हैं कि वो लोग अब्राहम की संतान हैं, वो शारीरीक रूप से अब्राहम के वंशज हैं, लेकिन उसके बाद वर्स 39 में, वे प्रश्न करते हैं, वे कह रहे हैं, "यदि तुम अब्राहम की संतान थे, तो तुम अब्राहम का काम करोगे, " और वे मुख्य रूप से कह रहे हैं कि वे अब्राहम की संतानें नहीं है क्योंकि जैसा हमने पूर्व में लिखे गए हिस्से के बारे में कहा, वे कहते हैं, "तुम अपने पिता शैतान की तरह हो"। इसलिए यह रोचक है कि ईसा ने स्वंय कहा है कि आप शारीरीक रूप से अब्राहम के वंशज और अब्राहम की संतान हो सकते हैं, और वे आपको अब्राहम की संतान नहीं मानते हैं।

Rabbi Abrami: एक और गद्य है। कि यहून्ना के सुसमाचार में - यहुन्ना अध्याय 8 वचन 44, जिसमें वो कहता है कि यहूदी शैतान का बच्चा है। वो यह भी प्रचार कर रहा था।

Pastor Jimenez: ईसा ने स्वंय शिक्षा दी, "तुम लोग अपने पिता शैतान की तरह हो, तुम में तुम्हारे पिता की वासना अपना कार्य करेगी। वे अपने आरंभ से हत्यारे थे, उनका घर सच्चा नहीं था, क्योंकि उनमें कोई सच्चाई नहीं है। जब वे झूठ बोले, वे स्वंय के बारे में बोले: वो एक झूठे,और झूठ का पिता है इसलिए ईश्वर ईसा मसीह के अनुसार, वे अपने पिता शैतान की तरह है। इसलिए ईसा मानते थे कि वे अब्राहम का अनुसरण नहीं कर रहे थे, वे मोज़ेज का अनुसरण नहीं कर रहे थे, वो पैगंबरों का अनुसरण नहीं कर रहे थे, वे ईश्वर का अनुसरण नहीं कर रहे थे। वे कहते हैं कि वे अपने पिता शैतान का अनुसरण कर रहे हैं

Texe Marrs: रीवीलेशन 2 और 3 में कई रोचक वर्सेस हैं जो उनके बारे में बताती है जो कहती हैं वे यहूदी है और नहीं हैं, बल्कि यहूदी धर्मस्थल का समूह हैं।

पादरी एंडरसन: इस बात का अन्दाज लगाना कोई मुश्किल काम नहीं कि शैतान का आराधना स्थल कौन सा है क्योंकि दुनिया में सिर्फ़ एक ही धर्म के लोग सिनैगौग में जाते हैं: यहूदी धर्म। यह भी समझना कठिन नहीं क्योंकि पवित्र बाइबिल हमें यह बताती है कि वे कहते हैं कि वे यहूदी हैं, जब्कि वास्तव में वे नहीं हैं। दुनिया में हर आदमी यह कहते हुए नहीं चलता कि मैं यहूदी हूं। यहूदी धर्म का पालन करने वाले ही यह कहते हैं कि वे यहूदी हैं। तुम कहते हो, " पादरी एंडरसन, वे कहते हैं की वे यहूदी हैं और वे वास्तव में ही यहूदी हैं। " नहीं, क्योंकि रोमन २:२8 कहता है, शरीर का खतना वास्तव में खतना नहीं है. सच्चा खतना आत्मा द्वारा मन का खतना है, न कि लिखित व्यवस्था का. ऐसे व्यक्ति की प्रशंसा मनुष्य नहीं बल्कि परमेश्वर की और से की जाती है बाइबिल कहती है क्योंकि सच्चे खतना युक्त तो हम हैं जो अपनी उपासना को परमेश्वर कि आत्मा द्वारा अर्पित करते है. और मसीह यीशु pr गर्व रखते हैं तथा जो कुछ शारीरक है , उस पर भरोसा नहीं करते हैं इसलिए परमेश्वर उन्हें यहूदी नहीं मानते, वे शैतान के पुजारी हैं। रेवेलेश्न 3:9 में बाइबिल कहती है सुनो! कुछ ऐसे हैं जो शैतान की मण्डली के हैं, जो यहूदी न होते हुए भी अपने आप को यहूदी कहते हैं, वे मात्र झूठे हैं मैं उन्हें यहाँ तुम्हारे चरणों तले झुका दूंगा और वह यह जान लेंगे, कि मैं तुझ से प्रेम करता हूँ अब ईश्वर को क्या आवश्यकता है कि शैतान को यह प्रमाण देने की कि वह फिलाडेल्फिया के चर्च से स्नेह करता है. क्योंकि यहूदी सोचते हैं की ईश्वर केवल उनसे ही स्नेह करता है। वे यह नहीं सोचते कि प्रभु फिलाडेल्फिया के गैर यहूदियों से भी स्नेह करता है। इसीलिए परमेश्वर ने कहा कि मैं शैतान को बताऊंगा कि मैं तुमसे प्रेम करता हूँ। ईश्वर दुनिया के अपने सारे बच्चों से प्रेम करता है। लाल या पीले, काले या सफ़ेद, सारे उसके लिए बेशकीमती हैं। प्रथम जॉन २:२२ में पवित्र बाइबिल हमें यीशु विरोधी के विषय में बताती है। किन्तु जो यह कहता है कि यीशु मसीह नहीं है, वह झूठा है, ऐसा व्यक्ति यीशु विरोधी है, जो परमपिता और उसके पुत्र को नकारता है "

पादरी एंडरसन: यह मानने के लिए लिए कि यीशु ख्रीस्त नहीं है, पहले आपको यह मानना होगा कि ख्रीस्त है pr वह यीशु नहीं है।

Pastor Jimenez: जॉन 4 हमें बताती है कि शब्द "मसीहा" का अर्थ "ईसा" है। कुएं पर मौजूद महिला ने कहा, "मैं जानती हूँ कि मसीहा आने वाले हैं, जिनको ईसा कहा जाता है, " इसलिए हम जानते हैं कि "ईसा" शब्द की व्याख्या "मसीहा" है। इसलिए, 1जॉन2:22 में जब कहा जाता है, "जो एक झूठा है लेकिन वो नहीं मानता है कि जीसस ईसा है," क्या इसके उपदेश यह हैं, "जो एक झूठा है लेकिन वो नहीं मानता है कि जीसस मसीहा हैं," लोगो का समूह क्या मानता है कि वहां एक मसीहा है लेकिन यह नहीं मानता है कि ईसा वह मसीहा थे? पुनः वो यहूदी हैं।

पादरी एंडरसन: देखें कि मैं ठीक से बताता हूँ। मूल रूप से यहूदी यीशु पर विश्वास करते हैं। आप यह नहीं मानते कि वो मसीहा है, क्या आप यह सोचते हैं कि वो झूठे मसीहों की लम्बी कड़ी में से एक है?

Rabbi Mann: हां। अगर ये दवा किया गया है कि वे मसीहा था तेा यह एक देख नकली मसीहा था।

Rabbi Abrami: ईश्ुा ने कभी नहीं कहा, ‘‘मैं मसीह हूं’’

Rabbi Mann: यहूदी लेाग मसीहा में बेशक रूचि दिखाते हैं। वे मसीहा का इंतजार कर रहे थे। उन्हें मसीहा चाहिए। तो अगर उनके पास सच्ची मसीहा के कुछ गुण होते तो वो उसमें रूचि दिखाते पर उनके पास सिर्फ 12 शिष्य थे। ये बहुत ज्यादा नहीं है आप लोग यहूदियों के राज्य के बारे में बात कर रहे हैं। सभी विद्वानों से। वे उस पर कभी जीत नहीं पाये।

पादरी एंडरसन: अगर वह दावा भी करे उन्होंने उस पर विश्वास नहीं किया ।

Rabbi Mann: बिल्कुल नहीं। इसाईयों ने असफल मसीहा की मुक्ति को जन्म दिया। ये जानते हुए कि वो असफल मसीहा हैं। इसे हम नकारते हैं। अगर वो असफल हैं तो मसीहा नहीं हैं।

पादरी एंडरसन: वे अभी भी दूसरे मसीहा के आने की प्रतीक्षा में हैं, और हम जानते हैं कि आनेवाला दूसरा मसीहा ईसा विरोधी है। यहूदी मसीहा दिखने में कैसा है?

Rabbi Abrami: एक बहुत शक्तिशाली राजा जो धरती पर शांति और अच्छाई लेके आयेगा। आपको शांति बनाये रखना पड़ेगी।

पादरी एंडरसन: विश्व शान्ति?

Rabbi Abrami: विश्व शंाति।

Rabbi Mann: जब सच्चा मसीहा अपनी उपस्थिति को इतने नाटकीय रूप में दिखायेगा कि उसे नकार नहीं सकते तब लोग उन्हें अपना सच्चा मसीहा बनायेंगे।

पादरी एंडरसन: सारी दुनिया में?

Rabbi Mann: विश्व भर गैर यहूदी भी क्योंकि वे अभी भी मसीहा की राह पर चलकर उन्हें देखना चाहते हैं।

पादरी एंडरसन: तो जब मसीहा आएगा, आप कहते हो कि सारी दुनिया उस पर विश्वास करेगी?

Rabbi Mann: पूरा विश्व, क्योंकि उसका उद्देश्य पूरे विश्व को सही राह, सही दिशा दिखाना है। सारे राष्ट् यरूशलम की तरफ जायेंगे उनसे सीखने के लिए एक विश्वशांति युग की शुरूआत होगी। मसीहा एक अदभुत करिश्माई शक्ति होगी। जो कि महान ज्ञान और सप्रेशन तकनीक से भरपूर रहेंगे। वे एक महान योद्धा होंगे। जो यहूदियों के हित में रहेंगे और वे अपने दुश्मनों का विनाश पूर्ण रूप से कर देंगे।

Pastor Romero: अगर आप सुने कि कैसे यहूदी अपने मसीहा के बारे में बताते हैं, वे बिलकुल वैसी छवि बनाते हैं, जैसे बाइबिल के अनुसार ईसा के विपरीत है। वे पूरी दुनिया जीतना चाह रहे हैं। वे युद्ध के जरिए शांति लाना चाह रहे हैं।

पादरी एंडरसन: सारी दुनिया के सब धर्म उस पर विश्वास करेंगे। वह दुनिया में शांति लाएगा। वह हम सबको एक सूत्र में बांधेगा।

Texe Marrs: कई ईसाई मूल्यवान हैं, और वे नहीं जानते हैं कि वे क्या कर रहे हैं। मैं फ्लोरिडा में हुए एक भविष्यदर्शन कांफ्रेंस में था, और एक महिला मेरे पास आई, और उसने डेविड का सितारा पहना था। मैंने उससे पूछा उसने उसे क्यों पहना था, और उसने कहा, "ओह, हां यह बहुत महत्वपूर्ण है इससे हम इज़राइल के लिए अपना समर्थन दिखाते हैं"। मैंने कहा, "आप इज़राइल के लिए अपना समर्थन कैसे दिखा सकती हैं"। उसने कहा, "मैं हर महीने टेंपल माउंट फाउंडेशन को पैसे देती हूँ"। वैसे, वह एक यहूदी समूह है, और मैंने कहा, "क्या आप नहीं जानती हैं कि 2 थेसालोनियन्स2 कहती है कि ईसा-विरोधी उस मंदिर में जाएंगे और स्वंय को ईश्वर घोषित करेंगे, और अपने को सबसे बड़ा ईश्वर बताएंगे?" उसने कहा, "वैसे, मैं सोचती हूँ मैं बाइबिल के भविष्यदर्शन को पूर्ण करने में सहायता कर रही हूँ"। मैंने कहा, "आप! आप ईसा-विरोधी को आने के लिए सहायता कर रही हैं! ऐसा कौन करना चाहेगा! "

Rabbi Jeremy Gimpel: जब एक आदमी आता है, और वो इज़राइल की लड़ाई लड़ता है, दुश्मनों को पराजित करता है, मंदिर बनाता है, धरती पर शांति लाता है- नायक ने ऐसा किया था, हम सभी को राजा के सामने झुकना होगा। क्या आप मेरा मतलब समझे? वो कौन है। इसलिए, उसके प्रति आपकी दृष्टि- आप उसे दोबारा अवतार लेना कहते हैं। ओके। हम इसे प्रथम अवतार कहते हैं।

पादरी एंडरसन: देखो, यहूदी ख्रीस्त विरोधी को अपना मसीहा मानने को तैयार हैं, और तब भी ईसाईयों को सिखाया जा रहा है कि अंत तक सारे यहूदी यीशु ख्रीस्त पर विश्वास करेंगे। खैर, ये जानने के लिए कोई बहुत तेज़ दिमाग की जरूरत नहीं है कि शैतान यहां क्या कर रहा है। जब यहूदी ख्रीस्त विरोधी को अपना मसीहा स्वीकार कर लेंगे, तब सारे धर्म त्यागी उस ओर इशारा करते हुए कहेंगे," देखो वो दूसरा यीशु ख्रीस्त आ गया। देखो सारे यहूदी उस पर विश्वास करते हैं। ख्रीस्त विरोधी के साथ शैतान का उद्देश्य क्या है? लोगों को यह विश्वास दिलाना कि यही दूसरे यीशु ख्रीस्त का आगमन है। और यह बाकी सारे झूठे सिद्धांतों की तरह यह केवल एक सन्दर्भ रहित लेखन पर आधारित है। वे रोमन ११ के अंत को लेंगे, रोमन ११ की शुरुआत को छोड़कर। वे सीधे अंत पर जायेंगे। अंश २६ पर, "और इस तरह सारा इसराइल बचा जायेगा। "और वे कहेंगे, " देखो, तरह इसराइल के सारे लोग बचा लिए जाएंगे। वे सभी यीशु पर विश्वास करेंगे। वो भूल रहे हैं कि पवित्र बाइबिल ने रोमन ९ में कहा, " जो इसराइल से हैं वो सभी इसराइल के नहीं हैं। " केवल अनुवंशिकता से सच्चा इसराइल नहीं होता। उसने कहा, " वो सच्चा यहूदी नहीं जो केवल बाहर से है। सच्चा यहूदी तो वह है जो अंतर से भी है। " हम जो यीशु ख्रीस्त पर विश्वास करते हैं,वही इसराइल हैं। तुम कैसे सुरक्षा से वंचित किसी को देख कर ये कह सकते हो, " यह इसराइल है। " जब बाइबिल ये कहता है ," सारे इसराइल बचाये जायेंगे। "? इससे मुझे पता चलता है की सुरक्षा से वंचित लोग इसराइल नहीं हैं। वह यीशु ख्रीस्त नहीं विरोधी है, जो यहूदियों को झूठे ईसाईयों और अन्य सारे धर्मों को मानने वाले लोगों को एक सूत्र में जोड़ेगा।

यहूदी ख्रीस्त विरोधी लोगों को अन्य सारे धर्मों से जोड़ने के लिए शैतान को ईसाइयत की मुख्य धारा के लोगों को यह विश्वास दिलाना होगा कि यहूदी भी उनकी ही तरह विश्वासी हैं, बावजूद इसके कि वे यीशु ख्रीस्त को नहीं मानते और उसकी निन्दा करते हैं। जॉन हागी जैसे सुसमाचार प्रचारक नए विधान की पूर्ण उपेक्षा करते हुए उत्पत्ति १२:१-३ में इब्राहीम को दिये गये परमेश्वर के वचनों को वर्तमान, ख्रीस्त को मानने से इनकार करने वले इसराईल पर लागू कर देते हैं। जो कोई भी पवित्र बाइबिल के इस द्दृष्टिकोण से इत्तेफ़ाक रखते हुए ये कहते हैं कि यहूदी ईश्वर के अनुग्रह प्राप्त लोगों में नहीं हैं, उन्हें मीडिया द्वारा तुरन्त ही विरोधी यहूदी करार दे दिया जाता है।

John Hagee: इज़राइल की लड़ाई हमारी लड़ाई है! हम एक हैं! हम एक साथ हैं! हम हताश नहीं होंगे! हम नहीं हारेंगे! हम नहीं डरेंगे! हम नहीं झुकेंगे! हम शांत नहीं रहेंगे! हम यहूदी विरोधी दुनिया के लिए भयंकर दुस्वप्न हैं, और हमारी जीत होने वाली है!

Ted Cruz: यदि आप इज़राइल और यहूदियों के साथ नहीं खड़े होंगे, तो मैं आपके साथ नहीं रहूँगा। धन्यवाद, और ईश्वर आपका भला करे।

Joel Osteen: हम इज़राइल के लोगों के साथ खड़े हैं।

Robert Jeffress: मैं आपको और हर ईसाई, हर यहूदी और हर स्वतंत्रता-प्रेमी अमेरिकी को अपने साथ जुड़ने के लिए कह रहा हूँ, जिससे मांग की जाए कि वर्तमान राष्ट्रपति और कांग्रेस धरती से कट्टर इस्लाम और आईएसआईस के शैतानों के विनाश के लिए जो कुछ भी आवश्यक हो वैसी कार्यवाही करें। अब काम का समय है।

Woman preacher 1: "और मैं आपको आशीष देने वालों को आशीष दूंगी और आपको श्राप देने वालों को श्राप।"

Woman preacher 2: आप इज़राइल का दुश्मन नहीं बनना चाहते हैं।

Woman preacher 1: “और आपके द्वारा धरती के सभी परिवारों को आशीष मिलेगा।”

Woman preacher 2: हां, आमीन।

TV preacher 4: या तो उसके साथ हैं या विरोधी हैं। आपको एक पक्ष लेना है।

John Hagee: पुरूष, चर्च, राष्ट्र, जो इज़राइल राष्ट्र और यहूदी लोगों को आशीष देते हैं उनको असीमित आशीष मिलेगा।

Benny Hinn: इज़राइल को आशीष देने का अर्थ केवल यह कहना नहीं है, “हां, मैं आपको आशीष देता हूँ”। आपको इसके साथ कठिनाई में खड़ा होना होगा।

पादरी एंडरसन: वास्तव में २ जॉन ९-११ कहता है,

"जो कोई अपराधी होता है और ख्रीष्ट की शिक्षा में नहीं रहता है ईश्वर उसका नहीं है. जो ख्रीष्ट की शिक्षा में रहता है पिता और पुत्र दोनों उसी के हैं. यदि कोई आप लोगों के पास आ कर यह शिक्षा नहीं लाता है तो उसे घर में ग्रहण न कीजिये और उसे कल्याण होय न कहिये. क्यों कि जो उसका कल्याण होय कहता है सो उसके बुरे कर्मों में भागी होता है."

पादरी एंडरसन: जब तुम किसी को शुभकामना देते हो तो क्या करते हो? तुम उसे आशीर्वाद देते हो। इसलिए आज के आधुनिक इंजील के ईसाई जब कहते हैं की यदि हमें ईश्वर का आशीर्वाद पाना है तो हमें इसराइल का भला करना होगा, मगर २ जॉन हमें यह सिखाता है कि अगर हम ईश्वर के पुत्र को न मानने वाले को शुभकामना देंगे तो हम भी उसके पाप कर्मों के हिस्सेदार होंगे।

Texe Marrs: बिलकुल ईवानएजिंकल्स अमेरिकन ईसाईयत का एक महान हिस्सा है- दक्षिणी बैपटिस्ट, पेंटेकॉस्टल्स, असेंबलीज़ ऑफ गाड- ये सभी जोशीले समूह हैं, और वे इज़राइल-समर्थक और जियान-समर्थक हैं। इनमें से अधिकांश वास्तव में यह कहकर बातचीत के दरवाजे बंद कर चुके हैं, "ओह, आपको ईसा की आवश्यकता नहीं है। आप एक यहूदी हैं"।

ह्यूस्टन क्रॉनिकल में जॉन हागी का वक्तव्य उद्धृत है,

“मैं यहूदियों को यहूदी धर्म से ईसाइयत में परिवर्तित करने का प्रयास नहीं कर रहा हूँ। " इसराइल सम्मान रात्रि" में ऐसा कुछ भी नहीं है। यहूदियों के धर्म परिवर्तन का प्रयास वास्तव में समय की बर्बादी है। एक यहूदी जिसकी जड़ें जूदाइज़्म में हैं, ईसाइयत में नहीं बदल सकता। बाकी सारे, बौद्ध हों या बहाई, को यीशु पर विश्वास दिलाना आवश्यक है, पर यहूदी को नहीं। यहूदी के पास तो पहले से ही परमेश्वर का वचन है जो ईसाइयत से नहीं बदला जा सकता।"

पादरी एंडरसन: और शायद ये सबसे बड़ा यहूदी विरोधी कथन हो सकता है कि यहूदियों को इंजील के अंतर्गत न लाया जाये। ये तो दोज़ख में भेज देगा। पवित्र बाइबिल कहती है,

"जो पुत्र पर विश्वास करता है उस को अनंत जीवन है पर जो पुत्र को न माने सो जीवन को नहीं देखेगा परन्तु ईश्वर का क्रोध उस पर रहेगा."

पादरी एंडरसन: और फिर भी जॉन हागी ये कहता है कि यहूदियों को जाने दो। हमें उन्हें इंजील के अंतर्गत लाने की ज़रूरत नहीं है।

Pastor Furse: ठीक है, जॉन हैगी पूरी तरह गलत हैं। बाइबिल हमें बताती है कि हम उस हारे हुए को जीतने वाले हैं और कि हम प्रत्येक प्राणी को गॉस्पल का उपदेश देने वाले हैं। अब जैसा मैंने पहले ईसाई पहचान के बारे में बताया स्कॉफील्ड ने तलाक दिया और दोबारा शादी की क्या यह रोचक नहीं है कि जॉन हैगी की भी कहानी ऐसी ही है: पत्नी को तलाक देना, दूसरी महिला से शादी करना, और एक बड़े पेंटींकास्टल चर्च का प्रमुख बनना, और मूर्तिपूजा के लिए इज़राइल पर जोर देना।

John Hagee: मुक्ति निसंदेह मुक्ति है! उनको ईश्वर के घर में प्रशंसा और गौरव मिले।

Announcer: 18000 लोग जो सेंट एंटोनियो टेक्सॉस में उनके चर्च से जुड़े हैं, से लेकर 99 मिलियन घरों तक, जहां वो कहते हैं कि उनके साप्ताहिक रेडियो और टीवी कार्यक्रम सुने जाते हैं, जॉन हैगी ने विश्व भर में बाइबिल के उपदेशों के साथ इज़राइल की कथा सुनाने का बड़ा साम्राज्य बनाया है। और सीयूएफआई अधिपति के रूप में, उनकी शक्तियां धर्म उपदेशक से राजनैतिक रूप में बढ़ जाती हैं।

पादरी एंडरसन: जॉन हागी एक ईश निंदक झूठा प्रचारक है जो ये सिखाता है कि यीशु ख्रीस्त इस दुनिया में मसीहा होने के लिए नहीं आया।

John Hagee: “इज़राइल के बचाव में” ईसाई धर्मशास्त्र को हिला देगा। शास्त्रों में प्रमाणित है कि समस्त यहूदी लोगों ने ईसा को मसीहा के रूप में खारिज़ नहीं किया था। इससे यह भी सिद्ध करेगा कि ईसा धरती पर मसीहा बनने नहीं आए थे। यह सिद्ध करेगा कि ईसा को सलीब पर लटकाने का षड्यंत्र रोम और बड़े पुजारियों के बीच हुआ था, और हेराद ने ईसा को एक ऐसा विद्रोही माना जिसका जीवित रहना खतरा था। इसीलिए ईसा को शब्दों में नकारा गया और और उनको मसीहा प्रमाणित किया गया, कैसे यहूदियों द्वारा उस बात को खारिज किया जा सकता है जिसे कभी कहा नहीं गया था? इस हिला देने वाले खुलासे, “इज़राइल के बचाव में” को पढ़ें।

Announcer: यह किताब पास्टर जॉन हैगी ने लिखी है और यह विश्व भर में ईसाईयों के बीच जीवंत बहस शुरू करने के लिए बाध्य है।

Pastor Furse: जॉन हैगी एक स्वतंत्र बैपटिस्ट नहीं है, न ही किंग जेम्स बाइबिल पर ईमान लाने वाले, इसलिए उनकी डाक्यूमेंट्री देखने वाले बहुत से लोग कहेंगे, "वैसे, यह हमारा आदमी नहीं है"। ठीक है, सैम गिप्प के बारे में क्या कहना है, जिसने लगभग एक साल लडाहो के चर्च में उपदेश दिया था और कहा (और मैं बिलकुल शब्द दर शब्द लिख सकता हूँ), “आप जानते हैं कि मैं ईसा को क्या कभी नहीं कहूँगा? मैं उन्हें कभी मसीहा नहीं कहूँगा।“

Sam Gipp: आप जानते हैं कि मैं ईसा क्या कभी नहीं कहूँगा? मैं उन्हें कभी मसीहा नहीं कहूँगा। आप जानते हैं कि क्यों? आप कहते हैं, "हां, वे मसीहा है।" वे आपके मसीहा नहीं हैं! जब तक आप यहूदी है, वे आपके मसीहा नहीं हैं। क्या आप गैर-यहूदी कुल के हैं? ठीक है, हमने कभी मसीहा का वायदा नहीं किया था।"

Pastor Furse: मुझे माफ करें, लेकिन सैम गिप्प गलत हैं, और हो सकता है वे स्वतंत्र बैप्टिस्टों में प्रसिद्ध भी हों, लेकिन वह गलत है, चाहें यह सैम गिप्प हों या पीटर रूकमैन, यहा कोई और भी हो। ईश्वर का संदेश ईश्वर का संदेश है, और हमें अनुमति नहीं है, कि चाहें यह स्कॉफील्ड हों, या जॉन हैगी, या हमारे प्रिय उपदेशक या हमारे प्रिय प्रोफेसर या शिक्षक कोई भी इन शब्दों के वास्तविक अर्थों में छेड़-छाड़ करे। ईसा मसीह मसीहा हैं वे मेरे मसीहा हैं। वे सबके मसीहा हैं।

ह्यूस्टन क्रॉनिकल के अपने लेख में हागी आगे कहता है, " बहुत से ईसाई धर्म चिंतक यहूदी विरोधी हैं क्योंकि वे मानते हैं कि ईश्वर का यहूदियों को दिया गया वचन अब समाप्त हो गया है- वह अब ईसाइयत से बदल दिया गया है और इसराइल अमरीकी सेना और अन्य सहायता पाने के योग्य नहीं है।"

हागी जैसे यहूदी ईसाई न सिर्फ ये कहते हैं की ईसाईयों को इसराइल का समर्थन करना चाहिए, वे यह भी मांग करते हैं कि अमरीकी सरकार इसराइल को सैन्य व आर्थिक सहायता दे। और चूँकि इंजील के ईसाई वोटरों का एक बड़ा हिस्सा हैं, राजनेता निष्ठापूर्वक इसराइल जाते हैं और जेरूसलम की रोती हुई दिवार के पास खड़े होकर यहूदी खुदा की उपासना करते हैं।

MSNBC Announcer 1: बहुत से सामाजिक रूप से रूढ़िवादी, बाइबिल का पालन करने वाले, रिपब्लिकन मतदाता है जो इस मुद्दे का विशेष ध्यान रखते हैं, और यदि वे टेड क्रूज को आते और कहते हुए देख सकते हों, “मैं 100% इज़राइल के साथ हूँ”। जब ऐसा देखने को मिलता है, तो बहुत से रूढ़िवादी मतदाता कहने लगते हैं, “अरे, ये क्रूज़ मेरी समझ से ज्यादा बेहतर व्यक्ति निकला”!

MSNBC Announcer 2: वास्तव में, उनके पास क्रिश्चियनंस यूनाइटेड फॉर इज़राइल कार्यक्रम था, जो बाइबिल पर चलने वाले ईसाईयों की संगठन था जो बहुत बहुत ही हद तक इज़राइल का पक्षधर था। यह रैंड पॉल का एक चित्र है - मैंने सोचा हमें रखना चाहिए – जो उनके साथ प्रार्थना कर रहा है। वो वहां हैं। वे सीयूएफआई के लोगों के साथ प्रार्थना कर रहे हैं।

Ted Cruz: मुझे इसे कहने दीजिए: इज़राइल से नफ़रत करने वाले अमेरिका से नफ़रत करते हैं, और यहूदियों से नफ़रत करने वाले ईसाईयों से।

Jim Staley: इसलिए इज़राइल का विरोध ईश्वर का विरोध है, और मुझे परवाह नहीं है कि वे क्या मानते हैं और आधात्यामिक समय-सीमा पर वो कहां हैं क्योंकि यह मेरी समस्या नहीं है। मेरा पास उनका समर्थन है और यह मायने नहीं रखता है कि वो क्या करते हैं या वो कहां हैं। जब तक वे अब्राहम, आइज़ैक और जैकब़ के ईश्वर यहोवा का नाम पुकारते हैं, वो मेरे भाई हैं।

Rabbi Jeremy Gimpel: यह होने वाला है, मैंने सोचा, एक अधिक बाइबिल आधारित ईसाईयत की ओर झुकाव, एक अधिक यहूदियत वाली ईसाईयत की ओर झुकाव, और हम लोगों की बीच की रेखा – ऐसी थी, “ओह, वे ईसाई हैं; वे यहूदी हैं” सब एक समान होने वाला है, “ओह, वे बिलकुल हमारे भाईयों के जैसे हैं।”

Benjamin Netanyahu: इज़राइल अमेरिका के लोगों और हैनरी ट्रूमैन से लेकर बऱाक ओबामा तक अमेरिका के राष्ट्रपतियों के समर्थन से अभिभूत है।

Barack Obama: वास्तव में, मुझे कहने में गर्व है कि इज़राइल की सुरक्षा के लिए किसी भी अमेरिकी सरकार की तुलना में हमने अधिक समर्थन किया है। किसी ने नहीं! किसी और को मौका मत दीजिए! यह सच है।

Mitt Romney: हम इज़राइल के अपने बचाव के अधिकार का समर्थन करते हैं, और इसलिए अमेरिका के लिए आपके साथ खड़ा होना सही है।

John Hagee: इसलिए यह अमेरिका का समय है कि वो सेनेटर जोसफ़ लिंबरमैनन की बातों को स्वीकारे और इज़राइल में न्यूक्लियर यहूदी विनाश और अमेरिका में न्यूक्लियर हमले से बचाव क लिए ईरान के विरूद्ध निरोधात्मक हमले पर ध्यान दे।

पादरी एंडरसन: २ इतिवृत्त १९ में एक ईश्वरीय राजा जिसका नाम यहोशफट था, इसराइल की सैनिक सहायता करना चाहता था। कवित्त २ में बताया गया कि ईश्वर ने उसे कहा, "और जेहु, जो पैगम्बर हनानी का पुत्र था, उसके पास गया और उसने राजा यहोशाफत से कहा। क्या तुम्हें विधर्मी और ईश्वर से घृणा करने वालों की सहायता करनी चाहिए? इसके लिए तुम पर परमेश्वर के सामने कहर बरसेगा।"

पादरी एंडरसन: तो अब हमें यह बताया जा रहा है कि यदि हम इसराइल का समर्थन करते हैं तो हमें उत्पत्ति १२ के अनुसार ईश्वर का अनुग्रह प्राप्त होगा जबकि पवित्र बाइबिल हमें सिखाती है कि यदि हम इसराइल जैसे धर्म-भ्रष्ट और दुष्ट राष्ट्र की सहायता करते हैं तो हम पर खुदा का कहर बरसेगा।

Pastor Filenius: बाइबिल में विश्वास रखने वाले ईसाई के तौर पर हमें क्यों इज़राइल राष्ट्र का समर्थन करना चाहिए जब इज़राइल राष्ट्र एक ईसाई को उनके देश में आने की अनुमति ही नहीं देगा। अगर आप इज़राइल में प्रवास करना चाहते हैं, तो आपको ईसा मसीह के नाम को छोड़ना होगा।

पादरी एंडरसन: इस तरह किसी को अगर पारम्परिक यहूदी बनना है और वापस आने का अधिकार पाना है तो उसे ईसाइयत को छोड़ना होगा।

Leader Schesnol: वे कहते हैं कि।

Rabbi Abrami: आप यहूदी और ईसाई दोनेां नहीं बन सकते। आप या तो ये बनें या वो।

Leader Schesnol: अगर हम आधुनिक इजराइल राष्ट् के बारे में सोचें तो इसे इसके भूतपूर्व धार्मिक संबंधन को त्यागने की जरूरत है और अनेक रीतियों की जरूरत है। जिन्हें उनके पुराने भूतपूर्व धार्मिक संबंधन को शुद्ध करने केे लिए विकसित किया है।

पादरी एंडरसन: और इसी तरह किसी गैर यहूदी को इसराइल में आप्रवासन का निमंत्रण नहीं है?

Leader Schesnol: नागरिक होने के नाते, सही है।

पादरी एंडरसन: इस तरह उन्हें इसराइल में जाकर बसने के लिए उन्हें अपना ईसाई धर्म छोड़ना होगा …

Leader Schesnol: अगर आपको नागरिक बनना है तो आपको एक रूढि़वादी रब्बी से रूपांतरण करवाना होगा।

Pastor Filenius: मैं व्यक्तिगत रूप से अपने को जानता हूँ जो यह विश्वास करके कि इज़राइल वहीं ईश्वरीय धरती है और यहूदी ईश्वर के चुने हुए लोग हैं, और वे वहां अपने दिल से गए थे, और वे वहां साक्षी बनने गए और ईसा के बारे में बताने गए हैं इज़राइल जा चुका है, लेकिन इज़राइल में इन बातों को खोज़ना मुश्किल है। पुलिसवाले आएंगे और उनके सताएंगे, और वे गिरफ्तार होने या निकाल दिए जाने के खतरे से भी डरे होंगे। बाइबिल सही होती है जब यह बताती है कि वे गॉस्पलों के शत्रु हैं। रोमन्स 11:28।

"वे सुसमाचार के भाव से तुम्हारे कारण बैरी हैं परन्तु चुन लिये जाने के भाव से पितरों के कारण प्यारे हैं."

Pastor Filenius: यह कहती है यह वहीं ईश्वरीय संदेश में है। वे गॉस्पल के शत्रु हैं।

Pastor Furse: समलैंगिकों का सम्मान महीना मनाए जाने के दौरान जून 2014 में, अमेरिकी दूतावास ने अमेरीकी झंडा फहराया, और अमेरीकी झंडे के नीचे उन लोगों ने समलैंगिक सम्मान का झंडा फहराया। अब से लेकर पिछले दो सालों से, समलैंगिक समुदाय के बीच वोटिंग में तेल अवीव को #1 समलैंगिक शहर चुना जा रहा है। उन लोगों ने विश्व भर में तेल अवीव को #1 समलैंगिक शहर के रूप वोट दिया- न सैनफ्रांसिस्को, न न्यूयार्क, बल्कि तेल अवीव को।

Glenn Beck: हम इज़राइल की स्थापना के लिए दृढ़ थे! हमारे निशान हर जगह हैं। अपनी जेब से एक डॉलर निकालिए। उस महान निशान को देखिए। आप उसे बाज़ के पंखों के फैलाव के मध्य में पाएंगे, आप 13 सितारों से बने डेविड के सितारे को देखेंगे। अब बताएं कि क्यों डेविड का सितारा वहां है?

John Hagee: उस सितारे के आस-पास शेकिनाह का गौरव बरस रहा है, जो शेकिनाह के गौरव, जो देवालय के ऊपर था, उसे दर्शा रहा है। जॉर्ज वांशिग्टन ने कहा, “मैं उसे डॉलर पर चाहता हूँ जिससे कि लोग यहूदियों के उस योगदान को पहचान पाएंगे जिसे उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका के निर्माण में दिया है।”

आज के ईसाइयों को न केवल यहूदी समर्थक और इसराइल समर्थक होना सिखाया जा रहा है, बल्कि धीरे धीरे तल्मूड और कब्बाला के विचित्र सिद्धांत ईसाइयत के सिद्धांतों के साथ गिरजे में प्रवेश कर रहे हैं। उदहारण के तौर पर कई प्रचारक 'शेकिना' का उपयोग ऐसे करते हैं मानो यह हिब्रू में पुराने विधान का एक हिस्सा है, जबकि बाइबिल में इस तरह का कोई शब्द नहीं है।

Rabbi Mann: तो त्याग का मतलब एक दिव्य उपस्थिति है।

Rabbi Wiener: ये एक स्त्रीलिंग शब्द है, से पुल्लिंग शब्द नहीं है।

TV Rabbi: उदाहरण के लिए, यदि मोज़ेज डे लियॉन आए और कहें, “मेरे पास एक विचार है। ईश्वर महिला है।” उसे आसानी से स्वीकारा नहीं जा सकेगा। लेकिन अब वो कह रहे थे कि ऐतिहासिक रब्बी शिमॉन हमें शेकिनाह, ईश्वर के नारीत्व वाले भाग, और उनके दैवीय साथी, पवित्र आत्मा, आशीष देने वाले, के साथ प्रेम के बारे में शिक्षा दे रहे थे।

Rabbi Wiener: तो ये एक धारणा है कि ईश्वर नारी पुरूष दोनों हो सकते हैं।

Rabbi Abrami: प्रभु की उपस्थिति में रहने के लिए आत्मत्याग करना बहुत जरूरी है ये ईश्वर की उपस्थिति से उत्पन्न होती है। किंतु यहूदियों के लिए आत्म त्याग और ईश्वर एक ही है और उन्हें अलग अलग करना मुमकिन नहीं है। आत्म त्याग से प्रेरित होकर ईश्वर अपने आपको प्रकट करते हैं, एक धर्म भाई या बहन के रूप में।

Pastor Furse: शेकीनाह कुछ है जो कि तलमुड का हिस्सा है- कुछ ऐसा जो यहूदी धर्म का हिस्सा है, ईसाई धर्म का नहीं और अभी तक, कितने बैपटिस्ट उपदेशकों ने उस वाक्य "शेकीनाह ग्लोरी" का प्रयोग चर्च में किया है, और यह धर्मग्रंथों में भी नहीं है।

TV Preacher 5: मित्रों, हमें इसे स्वीकारने की आवश्यकता है, हममें वह शेकिनाह का गौरव है। यह वह उपस्थिति है जिसके बारे में हमने बात की, यह वह उपस्थिति है जो इस ऊपरी कक्ष में भक्तों के सामने आई, शेकिनाह का गौरव – भक्तों के रूप में वह हममें है।

पादरी एंडरसन: उत्पत्ति से लेकर प्रकाशित वाक्य तक हर जगह यह साफ है कि परमेश्वर एक पुरुष है, स्त्री नहीं। अगर तुम ये सिखाते हो कि परमेश्वर एक स्त्री भी है और पुरुष भी, तुम किसी दूसरे की बात कर रहे हो। ख्रीस्तीय बाइबिल हमें यह सिखाती है कि मनुष्य ईश्वर का प्रतिरूप है, और बाइबिल १ कोरिंथियन्स ११ में कहती है:

"एक पुरुष को अपना सर कभी नहीं ढकना चाहिए क्योंकि वह ईश्वर का प्रतिरूप और गौरव है: किन्तु स्त्री पुरुष का गौरव है।"

पादरी एंडरसन: इस प्रकार १ कोरिंथियन्स ११ के अनुसार स्त्रियों के विपरीत एक पुरुष को कभी अपना सर नहीं ढकना चाहिए क्योंकि वह ईश्वर का प्रतिरूप है। इसीलिए उत्पत्ति १:२७ में भी कहा गया है:

"इस तरह ईश्वर ने पुरुष में अपना प्रतिरूप बनाया, उसने उस पुरुष में अपने प्रतिरूप को तैयार किया; उसने उन्हें पुरुष और स्त्री रूप में बनाया।"

पादरी एंडरसन: वे पुरुष और स्त्री के रूप में गए, किन्तु पुरुष को परमेश्वर के प्रतिरूप में बनाया गया। परमेश्वर के प्रतिरूप का अर्थ क्या है? ईश्वर की तरह प्रतीत होना। जब यीशु इस ज़मीन पर चला, वह पुरुष था, और परम पिता परमेश्वर भी पुरुष है। धरती माता की पूजा और स्त्री आत्मा की आराधना, देवियों की उपासना और कबाला ये सब इस रहस्यवादी नए युग की ईश्वर निंदक शिक्षा है। ये समस्त निंदक अवधारणाएं इस नए युग की की देन हैं।

Leonard Nimoy: इस अक्षर का आकार है शिन - हिब्रू अक्षर शिन – इस भाषा में एक बहुत रोचक अक्षर। शब्द शाद्दाई में यह पहला अक्षर है, शब्द शलोम में यह पहला अक्षर है, और शब्द शेकिनॉह में यह पहला अक्षर है, जो ईश्वर के नारीत्व वाले अंश का नाम है।

Spock: जिंदाबाद और प्रसन्नता, सबके पिता शिरॉक का चित्र हम अब सच्चाई हैं।

Leonard Nimoy: बहुत अच्छा है। लोग नहीं जानते हैं इससे वे एक दूसरे को आशीष दे रहे हैं।

इस फिल्म से अबतक सीखने वाले ईसाईयों में से कई लोगों के मन में यह धारणा है कि यहूदी इब्राहीम, इसहाक और याकूब की संतानें हैं और बाकि हम सब गैर यहूदी हैं। किन्तु क्या यह इतना ही सहज है?

पादरी एंडरसन: कोई व्यक्ति यहूदी है या नहीं, यह केवल उसकी वंशावली से मालूम हो सकता है। आज के अधिकांश अपने को यहूदी कहने वाले लोग अपनी मूल जन जाति भी नहीं जानते। क्या यहूदी समाज में लोग जानते हैं " मैंने धर्म परिवर्तन किया है।" या " मैं जुडा के वंश से या बेंजामिन के वंश से अथवा----"

Rabbi Mann: जहां तक जाति का सवाल है हमें नहीं पता कि मैं किस जाति का हूं। सिर्फ कोहिन जाति के लोग ही ये जानते हैं। वो भी इसलिए क्योंकि ये पिता से बेटे को, बेटे से उसके बेटे को जाता है। हमें सिर्फ इतना पता है कि केाहिन वंश ने अपनी वंशावली बनाये रखी।

पादरी एंडरसन: तो तुम कहते हो कि शायद अधिकतर यहूदी अपनी जाति के विषय में नहीं जानते।

Rabbi Mann: कोई भी नहीं। उसे संरक्षित नहीं किया गया था। आज ये बिल्कुल भी जरूरी नहीं है। नहीं

पादरी एंडरसन: अगर वास्तव में इससे कोई फर्क पड़ता है कि कौन इसराइल से है और कौन नहीं, तो हमें परमेश्वर ने वंशावली की उपेक्षा करने को क्यों कहा?

Pastor Romero: बाइबिल टिटस 3:9 में कहती है कि वंशा पहचान को छोड़ना है। न्यू टेस्टामेंट एकदम स्पष्ट है। इसका कोई मतलब नहीं है कि आपके पूर्वज कहां से आए थे।

पादरी एंडरसन: ख्रीस्त में कोई यहूदी या गैर यहूदी नहीं है। बाइबिल में साफ कहा गया है:

"यहूदी और ग्रीक में कोई अंतर नहीं है।"

तो हम आज ऐसा क्यों समझते हैं की यहूदी और ग्रीक में अंतर है? और हम सोचते हैं की अगर कोई किसी भी प्रकार से इब्राहिम, इसहाक या याकूब का वंशज है तो वह अपने आप ईश्वर के चुने हुए लोगों में से एक है, भले ही वह यीशु ख्रीस्त को न मानता हो। उनके शरीर में खतना हो सकता है, किन्तु बाइबिल कहती है कि ह्रदय और आत्मा का खतना ही एक मुनष्य को ईश्वर की दृष्टि में यहूदी बनाता है।

पादरी एंडरसन: १ टिमोथी १, कवित्त ४ में कहा गया है, " न तो कहानियों और न अंतहीन वंशावली की ओर ध्यान दो। " मैं तुम्हारा ध्यान फिर से खींचता हूँ, " अंतहीन वंशावली जिसे पुरोहित प्रश्न करता है, बजाय इसके ईश्वर में विश्वास का आध्यात्मिक उपदेश- इसलिए करो।" टाइटस सिर्फ इतना कहा, " वंशावली की उपेक्षा करो। " यहाँ वह अंतहीन वंशावली की उपेक्षा करने को कहता है। अब मैं तुम्हें बताता हूँ कि वंशावली अंतहीन क्यों है। यह सत्य ही अंतहीन है। एक वंशवृक्ष ऐसा दिखता है। इस वंशवृक्ष के अंतिम सिरे पर एक ही व्यक्ति का नाम है। वह तुम हो। तुम दो लोगों की संतान हो, तुम्हारे पिता और तुम्हारी माता। ठीक है? इस प्रकार तुम दो मनुष्यों के सीधे वंशज हो। तुम्हारे पिता और तुम्हारी माता। यदि हम एक पीढ़ी पीछे जाएँ तो तुम, तुम्हारे दादा दादी और नाना नानी यानि चार लोगों के वंशज हो। हम इस तरह एक एक पीढ़ी पीछे चलते जाएँ तो पूर्वजों की संख्या हर एक पीढ़ी के साथ दोगुनी होती जाती है। इस तरह यदि हम पांच पीढ़ी पीछे जाएँ तो हमें एक इतने बड़े कागज़ की आवश्यकता होगी जिसके सबसे ऊपरी हिस्से पर हमें तुम्हारे बत्तीस पूर्वजों के नाम लिखने होंगे। अब यदि हम एक पीढ़ी और पीछे जाएँ तो हमें दोगुने आकार का कागज़ लेना होगा क्योंकि अबकी बार हमें चौंसठ लोगों का नाम लिखना होगा। इसका मतलब जैसे जैसे हम पीछे जाते जायेंगे , यह संख्या बहुत बड़ी होती जाएगी। इस वंशवृक्ष को समझने के लिए हमें समझना होगा की एक पीढ़ी कितनी लम्बी होगी। एक औसत पीढ़ी कितने साल की होगी?

Dr. Donald Yates: वैसे, वे कहते हैं 20-25 सालों से आए हैं।

पादरी एंडरसन: पीढ़ी का ज़िन्दगी से कोई सम्बन्ध नहीं है। उदहारण के तौर पर मेरे जन्म के समय मेरी माता की आयु ३० वर्ष की थी। औरतें सामान्य रूप से २० से ४० की आयु में गर्भ धारण करती हैं। औसत हम ३० मान लें जो एक अच्छी और सुगढ़ संख्या है और इस तरह की गणना लिए समुचित भी। इस तरह एक पीढ़ी ३० वर्ष की है मतलब ३० वर्ष का होने पर एक बच्चा पैदा होता है और फिर उसके ३० साल का होने पर उसका एक बच्चा पैदा होता है। इसका जीवन अवधि से सम्बन्ध नहीं कि कौन कितने साल तक जिन्दा रहता है। इसका अर्थ है की यदि हम १० पीढ़ियों की गणना करें तो यह समय ३०० वर्ष का होगा। सहज करने से हम यह कह सकते हैं की यदि हम १० पीढ़ी पीछे की बात करते हैं तो यह लगभग सन १७०० की बात होगी । इस तरह यदि हम अपनी १० पीढ़ियों तक का वंश वृक्ष बनायें तो वंश कागज के उपरी भाग पर १०२४ नाम होंगे, जो ह्मारे १०वीं पीढ़ी के पूर्वजों की संख्या है। जब मैं अपना वंश वृक्ष बना रहा था तो मैंने एक खास बात नोट की। जब मैं अपनी दसवीं पीढ़ी तक गया तो मैंने देखा की अब ये विशिष्ट या अलग लोग नहीं थे क्योंकि इस दौरान बगैर जाने ही इनमें कुछ के परस्पर विवाह हुए थे। अब हम २० पीढ़ियों तक पीछे जायें तो हम लगभग सन १४०० में पहुँच रहे हैं। तो यदि मैं अपनी पूरी २० पीढ़ियों का वंश वृक्ष बनाना चाहूँ तो मुझे इतने कागज़ की ज़रूरत होगी जिसके सिर्फ ऊपरी हिस्से पर १०,४८,५७६ नाम होंगे। यह बहुत बड़ा कागज़ होगा। इस तरह अगर मैं सन १४०० में अपने सारे पूर्वजों को जानना चाहूं, और मैं बताऊं कि सन १४०० में मेरे पूर्वज कौन थे, तो उस वंश वृक्ष के केवल सबसे ऊपरी भाग में ही १ मिलियन से कुछ अधिक नाम होंगे- केवल सबसे ऊपरी भाग में, नीचे के भागों की बात तो अलग ही है। अब अगर हम ३० पीढ़ी पीछे तक जाएँ तो हम सन ११०० तक पहुंचेंगे। ध्यान रहे कि मैं अभी केवल सन ११०० तक ही पहुँच पाया हूँ, ईसा के समय के आस पास भी नहीं। तो जब मैं सन ११० तक पहुंचा, ३० पीढ़ियां पीछे, तो मेरे पूर्वजों की संख्या १,०७३,७४,८२४ हो गयी यानी १ बिलियन से भी ज्यादह। ध्यान रहे, ये सब विशिष्ट और अलग अलग वंशों से नहीं थे। जब मैंने अपना वंश वृक्ष बनाया तो देखा कि यहां मेरी दसवीं पीढी की मातामही और यहाँ मेरी ग्यारहवीं पीढ़ी की मातामही रिश्तेदार थीं क्योंकि कई बार लोग बिना जाने ही अपने दूर के चचेरे, फुफेरे या मौसेरे भाई या बहिन से विवाह कर लेते हैं। इस तरह की अनुवर्तिता कई बार देखी जाती है। इससे ये सिद्ध होता है कि बहुत से पूर्वज एक ही वंश की संतान हैं। वे बगैर जाने ही परस्पर विवाह कर लेते हैं। इतनी बड़ी संख्या होने के कारण इसको जानना संभव भी नहीं है। परन्तु हमारा उद्देश्य ११०० ए.डी तक पहुंचना नहीं, हमारा उद्देश्य तो ७० ए डी तक पहुंचना है जब सारे यहूदी यहां वहां फैले हुए थे। जब तुम कहते हो यहाँ वहां तो क्या सारी दुनिया में? इसका अर्थ है दुनिया के सारे देशों में।

Rabbi Wiener: हां, शाब्दिक भावना में देखा जाये तो।

पादरी एंडरसन: अगर हम ए डी ७० तक पीछे जाएँ और अपने पूर्वजों का वंशवृक्ष बनायें और देखें कि वे किस तरह सम्बंधित थे तो इस सूची के सबसे ऊपर ए डी ७० के १८ क्विंटिलिओन, ४४६ क्वाड्रिलिओन, ७४४ ट्रिलियन लोगों का नाम होगा। क्या कोई सोचता है कि यीशु के समय या उसके आस पास दुनिया में १८ क्विंटिलिओन, ४४६ क्वाड्रिलिओन, ७४४ ट्रिलियन लोग रहते होंगे? नहीं, उस समय विश्व की जनसँख्या केवल २०० मिलियन के आस पास थी। इन २०० मिलियन लोगों में हम कह सकते हैं कि लगभग ७-८ मिलियन यहूदी रहे होंगे। तुम कहते हो," संख्या ठीक नहीं है।" कोई बात नहीं, थोड़ी ही देर में यह संख्या बेमानी हो जाएगी, इसलिए मानलो की ७-८ मिलियन यहूदी थे। इस तरह अगर उस समय दुनिया की जनसँख्या २०० मिलियन थी और उसमें से ७-८ मीलियन यहूदी थे तो अगर मैं अपने तत्कालीन पूर्वज की बात करूँ तो इस बात की संभावना २७ में से १ है की वह इसराइल से होगा। अब इस बात को ऐसे सोचो कि मैं एक लाटरी का टिकट खरीदता हूँ जिसमें जितने की संभावना २७ में से १ है और जीतनेवाला टिकट है जिसपर लिखा है, "तुम यहूदी हो! तुम खुदा के चुने हुए लोगों में से हो। तुम इसराइल के हो। तुम इसराइली ही हो!" मेरे जीतने की संभावना २७ में से १ है। तुम कहोगे,"पादरी एंडरसन, इस लाटरी को जीतने की संभावना न के बराबर है क्योंकि आपकी हारने की संभावना २६ है।" ठीक है, किन्तु अगर मैं १८ क्विंटिलिओन टिकटें खरीदूं तो? क्या तुम सोचते हो कि मैं जीत जाऊंगा? इब्राहिम का वंशज होने के लिए मुझे कितनी जैकपॉट हिट करना होगा? इसराइल की संतान होने के लिए? तुम कहते हो, " सुनिए, मैं काला आदमी हूँ। मैं अफ्रीका से हूँ। मैं कैसे इब्राहीम का रिश्तेदार हो सकता हूँ ?" तो फिर रुको और सोचो, इसराइल संतानों के विषय में सोचो। इसराइल की संतानों में से एक -जोसफ: पता है जोसफ की पत्नी कहाँ से थी? मिस्र। जोसफ की पत्नी मिस्र से थी। मिस्र कहाँ है? अफ्रीका में। मोसेस की पत्नी एथिओपियन थी। उसकी दूसरी पत्नी एथिओपियन थी। हैं कि - बाइबिल के दिनों में भी मिश्रण, अफ़्रीकी मिश्रण-हाम के पुत्रों के साथ मिश्रण उपस्थित था। अगर तुम सोचो तो पाओगे कि एफ्रैम और मनस्साह के कबीले आधी हाम और आधी इसराइल की संतानें थीं क्योंकि इसराइल के पुत्र जोसफ ने एक मिस्री औरत से विवाह किया था जो हाम की थी। सारे एफ्रैमी और मनस्सही हाम की संतानें थीं। इतना ही नहीं, तमाम इतिहास में तुम व्यापारियों, मिशनरियों और विजेताओं को पाओगे। मंगोल साम्राज्य की बात सोचो जिसने चीन को जीता, जापान को जीता- कोरिया को भी जीत लिया- उन सारे जहाज़ों की सोचो जो साडी दुनिया में इधर उधर आते जाते रहते थे। तुम्हें केवल एक पूर्वज की आवश्यकता है, तुम्हारे करोड़ों पूर्वजों में से कोई एक, जो इसराइल का वंशज है और तुम आज इसराइल के सीधे वंशज हो। तुम यहाँ बैठ कर कहते हो, " मैं शुद्ध गोरा मनुष्य हूँ। ओह मैं शुद्ध एशियाई हूँ। मैं अफ्रीकन हूँ। नहीं, तुम गलत हो। कोई भी शुद्ध नहीं है।

Teresa Yates: लोग हज़ारों सालों से विवाह और अंर्तविवाह कर रहे हैं, इसलिए आप शुद्ध जनसंख्या प्राप्त नहीं कर सकते हैं।

पादरी एंडरसन: बाइबिल में यह ठीक कहा गया है कि हम सब एक ही रक्त की संतानें हैं।

Teresa Yates: यहां तक जिस जनसंख्या को हम सोचते हैं, “उसे 100% होना चाहिए!” वो 100 % नहीं हैं। कैसा भी 100% नहीं है।

पादरी एंडरसन: तुम यहाँ बैठ कर अपना अनंत वंशवृक्ष बना सकते हो। और ये बिलकुल सही भी नहीं होगा क्योंकि क्या तुम ये जानते हो कि वंशवृक्ष क्या नहीं बता सकता? किसीने व्यभिचार किया और अपने पति झूठ कहा, " यह तुम्हारा पुत्र है" जबकि ऐसा सत्य नहीं है। लोग अपना वंश वृक्ष बनाते हैं और सब कुछ सुसमाचार की तरह सत्य मान लेते हैं। जबकि वास्तविकता कुछ और है जिसे तुम शिष्ट भाषा में अपैतृक घटनाएँ कह सकते हो।

Dr. Donald Yates: वहां कोई वंश सूची नहीं जो प्रति पीढ़ी 0.05 (5%) की दर से गणना कर रही है, इसलिए अगर आप 20 पीढ़ी पीछे जाते हैं, तो संभावना है कि आपको वंशावली शून्य मिले। वह यह कहने का नर्म तरीका है, और अगर आप एक पीढ़ी को 20-25 सालों की मानते हैं, तो इसका मतलब है कि 500 सालों में उस वंश की कतार में पैतृक जानकारी शून्य मिले।

पादरी एंडरसन: हर ५०० सालों में ?

Dr. Donald Yates: एक कतार में!

पादरी एंडरसन: एक लाइन में!

Dr. Donald Yates: एक कतार में, लेकिन आपके पास कितनी कतारें हैं?

पादरी एंडरसन: इसलिए अगर कोई अपनी वंशावली बनाता है और यह कहता है," अब मैं सुनिश्चित तौर पर संपूर्ण सत्य जान गया हूँ क्योंकि मेरे पास यह वंशावली है" तो वह गलत है क्योंकि डी एन ए परीक्षण कुछ और सत्य उद्घाटित कर सकता है।

Teresa Yates: वैसे, डीएनए झूठ नहीं बोलता है। लोग झूठ बोलते हैं। डीएनए झूठ नहीं बोलता है।

पादरी एंडरसन: ठीक! तो लोग कह सकते हैं कि "मैं यहूदी हूँ" अथवा "मैं यहूदी नहीं हूँ" किन्तु डी एन ए कुछ -----

Teresa Yates: डीएनए के पास कोई उद्देश्य नहीं होता है। लोगों के पास उद्देश्य होते हैं। लोगों के पास झूठ बोलने के कारण होते हैं, और संभवतः ऐसा इसलिए भी होता है क्योंकि वो सच नहीं जानते हैं।

पादरी एंडरसन: ऐसा भी नहीं है कि वे झूठ बोल रहे हैं, परन्तु वे गलत हैं।

Teresa Yates: वो केवल सुनी-सुनाई बातों को आगे बढ़ाते हैं।

Dr. Donald Yates: 15 अमेरिकनों में से 1 को गोद लिया गया है या वे एकल अभिवावक वाले हैं जिनको गोद लिया गया था। यह भी एक बड़ी संख्या है।

पादरी एंडरसन: कौन बता सकता है की उनके वंश में कब कोई गोद लिया गया था। " हाँ, मेरे ३०० वर्ष पहले के पूर्वज को गोद लिया गया था" इसे याद रखें संभव ही नहीं है। और फिर, गोद लेना, बेवफाई, व्यभिचार, यात्राएं, विजय, व्यापारी, मिशनरी सभी कुछ तो हैं।

Teresa Yates: अलग-अलग लोगों के पास भिन्न-भिन्न बातें होती हैं जिनको वे छुपाना चाहते हैं, और इसलिए वो केवल आपको वही बताते हैं जिसे वो बताना चाहते हैं।

पादरी एंडरसन: इससे कोई फर्क नहीं पड़ता की तुम कहाँ से हो? क्या तुम जानते हो की ईश्वर ने क्यों इसकी उपेक्षा करने को कहा? क्योंकि यह संख्या इतनी बड़ी है कि सिर्फ इसको सोचने से तुम्हारे दिमाग को तकलीफ होने लगेगी। इनकी पूरी तरह से उपेक्षा करो। अंतहीन वंशावली निरर्थक है। ये सिर्फ अनचाहे सवाल पैदा करती हैं। ये क्या तुम्हें तुम्हारी राष्ट्रीयता के विषय में निश्चित तौर पर कुछ बताती हैं? नहीं, सिर्फ कुछ अवांछित प्रश्न ध्यान में आते हैं। अब सोचो कि कोई डी एन ए लैब में जाता है, अपना परीक्षण करवाता है। रिपोर्ट आती है और उसमें ये बताया जाता है कि ये यहूदी तुम्हारे पूर्वज हैं।

Rabbi Wiener: मेरा उनसे कोई विवाद नहीं।

पादरी एंडरसन: क्या तुम इसे मान लोगे?

Rabbi Wiener: बिल्कुल।

पादरी एंडरसन: इसकी संभावना इतनी अधिक इसलिए है कि ये सारी दुनिया में फैले हुए थे।

Rabbi Wiener: हां, मैं कभी इससे विवाद नहीं करूंगा।

पादरी एंडरसन: मैं और इस फिल्म के निर्देशक, पॉल विटेनबर्गेर, हम दो गोरी चमड़ी वाले लोग हैं। हमें कभी नहीं बताया गया कि हम यहूदी हैं या हमारे पूर्वजों में कोई यहूदी था। हम जाते हैं और अपना डी एन ए परीक्षण, वास्तविकता जानने के लिए करवाते हैं।

Lab Technician: हम आपके डीएनए प्रोफाइल को दुनियाभर में 400 से अधिक जनसंख्या समूहों से मिलाते हैं, और हम आपको शीर्ष 50 और अधिक प्राचीन डीएनए के साथ प्रस्तुत करते हैं, हमें निशानों का पीछा करने की जरूरत नहीं है। कोई वैध कानूनी दस्तावेज उपलब्ध नहीं हैं, इसीलिए हमें आवश्यकता है: फाहा और नाम की। अतः ये आज रात को बाहर जाएंगे। हमें 3-4 हफ्तों में परिणाम मिल जाने चाहिए।

पादरी एंडरसन: कुछ सप्ताह में हमारी रिपोर्ट आ गयी और बिलकुल जैसा हमने सोचा था, हमारे खून में विभिन्न राष्ट्रीयताओं का मिश्रण था। इसमें अरबी भी थे, ब्राज़ीलियन भी, अमरीकी आदिवासी भी और भी कई ऐसे जो हमारे लिए बेहद आश्चर्य की बात थी। और जब हम इसमें और अंदर तक गए पिछली पचास पुश्तों से भी आगे, हमारे डी एन ए में निश्चित रूप से यहूदी रक्त भी था। मैंने सोचा कि क्यों न अपनी दादीमाँ का परीक्षण करवाया जाये यह जानने के लिए कि उनकी पचास पुश्तों में कोई यहूदी हैं या नहीं। वे ९४ वर्ष की हैं और हम उनका नमूना उनकी जीवित अवस्था में ही लेना चाहते थे।

Teresa Yates: ओह, हां यह बहुत महत्वपूर्ण है।

पादरी एंडरसन: हमने नमूने लिए और अब उनके नतीजे भी आ चुके हैं। उनकी पचास पुश्तों को देखें। अरे पहले ही नंबर पर अश्केनाज़ी यहूदी -पहले ही नंबर पर।

Paul Wittenberger: बिलकुल नहीं!

पादरी एंडरसन: तो अब यह समझ में आता है कि मुझे क्यों अपनी पचास पुश्तों से भी पीछे जाना पड़ा। उनकी पचास पुश्तों में पहली नागरिकता यहूदी थी। और उनकी सूची में पहले ही नंबर पर हंगरी निवासी अश्केनाज़ी -यहूदी।

Teresa Yates: वाह! वैसे, डीएनए परिणामों के साथ, कई सालों से, हम ऐसा कई लोगों के लिए कर चुके हैं। मैंने उसे बहुत बार नहीं पाया है, और प्रत्येक रिपोर्ट, जैसा मैं कह रहा हूँ, विशिष्ट है। लोग ऐसा कहते हैं, “ओह, यह बहुत सामान्य है”। नहीं। प्रत्येक व्यक्ति बहुत विशिष्ट है। मुझे नहीं पता कि कब मैंने 1 नंबर वाले एश्केनाज़ी को देखा है।

पादरी एंडरसन: हाँ, सचमुच !!

Teresa Yates: संभवतः 3 या 5 बार।

पादरी एंडरसन: तो अब मैं पूछता हूँ?

Teresa Yates: वह बहुत ही कम है।

पादरी एंडरसन: तो अगर मेरी दादीमाँ के डी एन ए में पहले नंबर पर अश्केनाज़ी यहूदी है तो अब इस बात में कोई शक नहीं कि वे यहूदी हैं ?

Teresa Yates: नहीं।

पादरी एंडरसन: अगर वे यहूदी हैं और मेरी दादीमाँ हैं तो फिर मैं?

Teresa Yates: आप यहूदी हैं।

पादरी एंडरसन: तो मैं यहूदी हूँ?

Teresa Yates: आपको धर्म स्वीकार नहीं करना होगा।

पादरी एंडरसन: ठीक है, लेकिन मैं जातीय रूप से कह रहा था ..

Teresa Yates: मूल रूप से आप हैं।

पादरी एंडरसन: तो आप लोगों ने घोषित कर ही दिया………

Teresa Yates: मैं अब आपको यहूदी बुलाऊँगा!

(हंसी)

Pastor Coleman: क्या यह वास्तव में वही है जिसके लिए जोश ठंड़ा हो जाता है? शुभ रात्रि! डीएनए? क्या आप मुझसे मज़ाक कर रहे हैं? ईसा के बारे में क्या है? ईसा में विश्वास के बारे में क्या है? विश्व में ईश्वर के बंदों को डीएनए द्वारा कैसे पहचाना जा सकता है?

Pastor Berzins: देखिए, इसका कोई मतलब नहीं है कि हमारी अनुवांशिकी क्या कहती है। इसका कोई मतलब नहीं कि हमारे डीएनए के परिणाम क्या कहते हैं। कुछ भी महत्वपूर्ण नहीं है। जो बात असल में मायने रखती है वो है कि हम ईसा मसीह में विश्वास रखने वाले ईश्वर के पुत्र हैं।

Pastor Coleman: और मुझे पर्याप्त सबूत मिले थे कि वहां मौजूद इज़राइल वह इज़राइल नहीं है जिसके बारे में ईश्वर ने कहा। हम ईश्वर में विश्वास रखने वाले, जिनको अब्राहम पर विश्वास है, वे ईश्वर की संतानें हैं। हम अब्राहम के वंशज हैं।

Pastor Romero: रोमन्स 9:7 में कहा गया है,

"और न इसलिए कि इब्राहीम के वंश हैं वे सब उसके संतान हैं परन्तु (लिखा है) इसहाक से जो हो सो तेरा वंश कहावेगा. अर्थात शरीर से सो संतान सो ईश्वर के संतान नहीं हैं परन्तु प्रतिज्ञा के संतान वंश गिने जाते हैं."

Pastor Romero: इसलिए बाइबिल कहती है रक्त व मांस से निर्मित संतानें, अब्राहम, आइज़ैक और जैकब़ की शारीरीत संतानें हैं- यह विशिष्ट रूप से समझाती और कहती है कि वे ईश्वर की संतानें हैं।

Pastor Berzins: वास्तव में, ग्लैटियन3 में यह व्याख्या करती है कि हम अब्राहम की संतानें हैं। यह कहती है

"सो यह जानो कि जो विश्वास के अवलंबी हैं सो ही इब्राहीम के संतान हैं.”

Texe Marrs: मेरे लिए यह चौंकाने वाला है कि ईसाई ग्लैटियन्स3 को कैसे देखते हैं। अब मैं लगभग 70 साल हूँ। मैं एक बूढ़ा आदमी हूँ, लेकिन मैंने ग्लैटियन्स 3:29 पर एक भी धर्मोपदेश नहीं सुना।

"उसमें न यिहुदी न यूनानी है उसमें न दास न निर्बंध है उसमें नर और नारी नहीं है क्यों कि तुम सब ख्रीष्ट यीशु में एक हो. पर जो तुम ख्रीष्ट के हो तो इब्राहीम के वंश और प्रतिज्ञा के अनुसार अधिकारी हो."

Texe Marrs: दोनो बहुत शानदार है। वायदे के मुताबिक वारिस कौन है? कोई भी जिसके पास ईसा हैं!

पादरी एंडरसन: एफ़ीसियन्स २:११ कहता है,

"इसलिए स्मरण करो कि पूर्व समय में तुम जो शरीर में अन्य देशी हो और जो लोग शरीर में हाथ के किये हुए खतने से खतनावाले कहावते हैं उनसे खतनाहीन कहे जाते हो. तुम लोग उस समय में ख्रीष्ट से अलग थे और इस्रायेल की प्रजा के पद से नियारे किये हुए थे और प्रतिज्ञा के नियमों के भागी न थे, और जगत में आशाहीन और ईश्वर रहित थे. पर अब तो ख्रीष्ट यीशु में तुम जो आगे दूर थे ख्रीष्ट के लहू के द्वारा निकट किये गये हो."

कवित्त १९: "इसलिए तुम अब उपरी और विदेशी नहीं हो परन्तु पवित्र लोगों के संगी पुरवासी और ईश्वर के घराने के हो."

पादरी एंडरसन: इस लेखन के अनुसार हम सब इस्राईल के निवासी हैं । क्योंकि पहले कवित्त १२ में वह कह चुके हैं कि जब तुम यीशु से अनजान थे तब तुम इस्राईल के बाहरी मनुष्य थे, लेकिन कवित्त १९ में वह कहता है कि तुम सन्तों के सहवासी हो। तो ये सच्चा इसराईली कौन है? क्या ये मध्य पूर्व में बैठा हुआ वह आदमी है, जो यीशु ख्रीस्त को नहीं स्वीकार करता, और शेकिनाह की पूजा करता है? या वो जो परमेश्वर यीशु ख्रीस्त का सच्चा विश्वासी है, जिसे इसराईल के पास लाया गया है?

Texe Marrs: यह बहुत आसान है। ईसा ने मैथ्यू 21:43 में कहा,

"इसलिए मैं तुमसे कहता हूँ कि ईश्वर का राज्य तुमसे ले लिया जायेगा और, और लोगों को दिया जायेगा जो उसके फल दिया करेंगे."

Texe Marrs: वाह। उनके पास लाभ नहीं थे। उन लोगों ने ईसा को अस्वीकार कर दिया। उन लोगों ने उसे प्राप्त करने से अस्वीकार कर दिया। उन लोगों ने उसे अस्वीकार कर दिया जो जियान को देने वाला था: निसंदेह ईसा मसीह और ईसा ने कहा कि इस कारण से, राज्य तुमसे ले लिया जाएगा और दूसरे देश को दिया जाएगा। वैसे, वह देश कौन सा है? क्या सीरीया है? क्या अमेरीका है? क्या इग्लैंड है? क्या जर्मनी है? नहीं, नहीं, बिलकुल नहीं! एक अध्यात्मिक देश! लेकिन आप एक चुनी हुई पीढ़ी है, राजाओं की पीढ़ी, एक धार्मिक राज्य, विशेष लोग हैं: कि तुम लोगों को उनकी प्रार्थना के लिए आगे आना चाहिए जो तुमकों अंधरों से निकालकर शानदार प्रकाश ले गए; जो पहले तो नहीं थे लेकिन अब ईश्वर के बंदे हैं: जिनको पहले दया नहीं मिली थी, लेकिन अब उनके दया प्राप्त है।

"परन्तु तुम लोग चुना हुआ वंश और राजपदधारी याजकों का समाज और पवित्र लोग और निज प्रजा हो इसलिए की जिसने तुम्हें अंधकार में से अपनी अद्भुत ज्योति में बुलाया उसके गुण प्रचार करो. जो आगे प्रजा न थे परंतु अभी ईश्वर की प्रजा हो जिनपर दया नहीं की गई थी परन्तु अभी दया की गयी है."

पादरी एंडरसन: पवित्र बाइबिल परमेश्वर के किसी एक राष्ट्र को धन्य करने की पुस्तक नहीं है। इसीलिए परमेश्वर ने इब्राहीम से कहा, " और तुम में से मैं विश्व के सारे देशों को धन्य करूँगा। " और यह आशीर्वाद hmein इब्राहीम के बीज प्रभु यीशु के रूप में mili ।

Pastor Furse: आप जानते हैं, हिब्रू11 में बाइबिल कहती है कि अब्राहम एक भौतिक जमीन की बात नहीं कर रहे थे। वे एक ऐसे शहर के लिए शहर के लिए देखते थे जिसके पास आधार हो जिसके निर्माता और बनाने वाले ईश्वर हों।

Pastor Berzins: ईसाई के रूप में हम एक नए यरूशलम के लिए देख रहे हैं। हम एक ऐसे स्वर्गिक शहर को खोज़ रहे हैं जैसा हिब्रू 11 के विश्वास वाले चैप्टर में दर्शाया गया है,

"पर अब वे और उत्तम अर्थात स्वर्गीय देश पहुँचने की चेष्टा करते हैं इसलिये ईश्वर उनका ईश्वर कहलाने में उनसे लजाता नहीं क्यों कि उसने उनके लिये नगर तैयार किया है."

Pastor Berzins: ईश्वर ने हमारे लिए एक शहर बनाया है-एक शहर जिसे हम इस पृथ्वी पर प्राप्त नहीं कर सकते हैं क्योंकि यह स्वर्ग का शहर है। यह कुछ ऐसा है जिसे ईश्वर ने उनके लिए बनाया है जो उनमें विश्वास रखते हैं।

Pastor Jimenez: जब हम जियान के लिए देख रहे हैं, और जब यरूशलम के लिए देख रहे हैं, तो हम उस शहर के लिए निगाहें नहीं लगाएं हैं, जो अब है। हम उसके लिए निगाहें नहीं लगाएं हैं जिसे हम छू सकते हैं। हम उसके लिए निगाहें नहीं लगाएं हैं जो मानसिक रूप से सोडॉम और मानसिक रूप से मिस्र है। हमारी निगाहें उसे खोज़ रहीं है जो स्वर्ग जैसा हो- वैसा जैसा आना है।

पादरी एंडरसन: पवित्र बाइबिल इब्रानियों 12:22 में khti है,

"परन्तु तुम सियोन पर्वत के पास और जीवते ईश्वर के नगर स्वर्गीय यिरूशलीम के पास आये हो."

पादरी एंडरसन: और इस तरह, नए विधान के अनुसार, ज़िओन स्वर्गीय यरूशलेम है, यह वह यरूशलेम नहीं जो हमें दिखाई पड़ता है। स्वर्गीय यरूशलेम तो सीधा आसमान से उतरेगा। वही हमारी राजधानी है। वही हमारा ज़िओन। है

Pastor Coleman: और इसलिए, मैं इज़राइल हूँ। जो लोग वहां हैं वो इज़राइल नहीं हैं। इसीलिए पॉल ने कहा,”वे सभी इज़राइल नहीं है, जो इज़राल का है:" वे अनुवांशिक रूप से इज़राइल के हो सकते हैं, लेकिन वे वैसे इज़राइली नहीं है जैसा परमेश्वर मानते हैं- उनका वास्तविक विचार था- लोग जो एक वरदान हैं और उनके लिए गौरव हैं।

पादरी एंडरसन: हम ईसाई खुदा के चुनिन्दा लोग हैं। हम ही सच्चे इसराइल हैं और हम ही ज़िओन की और चल रहे हैं।

Texe Marrs: इस वीडियो का नाम मार्चिंग टू जियान है। हम इसे एक गॉस्पल गीत के एक शानदार शीर्षक के रूप में जानते हैं इसका अर्थ है निर्माण की शुरूआत से ही ईसा के साथ आगे बढ़ना है

Pastor Coleman: हम ऐसे गीत गाते हैं, “हम जियान की ओर बढ़ रहे हैं”। मुझे यह गीत बहुत प्रिय है! मैं इसे बहुत पसंद करता हूँ। हम जियान की ओर बढ़ रहे हैं, सुंदर, सुंदर जियान। हम जियान की ओर आगे बढ़ रहे हैं, ईश्वर का सुंदर शहर है वो। यह ईश्वर का शहर है। उत्तरी किनारे पर बसा है। वह ईश्वर का घर है, और वो उसे धरती पर लाने वाले हैं। हम धरती पर रहने वाले हैं। हम धरती पर राज करने वाले हैं क्योंकि हम ईश्वर के बंदे हैं। हम वो हैं जिसे ईसा में विश्वास है हम ईश्वर के बंदे हैं। हम इज़राइल हैं हम ईश्वर के राज़कुमार हैं, और हम हमेशा उनके साथ उनके घर में रहने वाले हैं।

Texe Marrs: मैं तलमुड और इसके सभी 36 खंड़ों को जलता देखना पसंद करूँगा- ओह, इससे क्या शानदार आग जल सकेगी! एक ईसाई होने के कारण, मैं कहता हूँ, इन किताब़ों को अस्तित्व में आने दीजिए कुरान का अस्तित्व आने दीजिए तलमुड को अस्तित्व में आने दीजिए क्योंकि अगर लोग इनको पढ़ें और उसके बाद वे न्यू टेस्टामेंट को पढ़ें, आप अवश्य ही इस निष्कर्ष पर पहुँच जाएंगे कि ईसा मसीह ईश्वर हैं।

 

 

 

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