पादरी एंडरसन: इतना ही नहीं, यदि तुम यहूदियों के पिछले २००० वर्षों के इतिहास को देखो तो क्या वे ईश्वर के आशीर्वाद प्राप्त हैं? नहीं, दुनिय के हर देश में उन्हें सताया जाता रहा है और उनसे घृणा की जाती रही है। यहां इस किताब में उन सारे देशों की सूची है जहां से पिछले एक हजार सालों में यहूदियों को निकाल दिय गया था। और जब तुम इस लम्बी सूची को देखोगे तो मन में यह सवाल उठेगा, " क्या कारण था कि यहूदियों को हर देश में घृणित माना जाता रहा है और उन्हें हर जगह सताया गया है?" इसका कारण है उनके द्वारा ईसा मसीह की निन्दा तथा उनका हिंसक ऋण का कारोबार।
अठारहवीं सदी के अन्त में जब रूस में यहूदियों पर अत्याचार बहुत बढ गये तो बहुत से यहूदियों ने यह विश्वास करना आरम्भ कर दिया कि उनका उज्ज्वल भविष्य तभी सम्भव है जब उनका अपना एक देश हो। यही विश्वास बाद में सिओनिस्म कहा गया.
Rabbi Abrami: यहूदी साम्राज्य असल में ‘‘थियोडोर हर्टजल’’ के महान कल्पना की प्रारूप थी।
पादरी एंडरसन: थियोडोर हर्त्श्ल?...
Rabbi Wiener: वे इस जायनिजम के संस्थापक थे।
Rabbi Mann: वे इस युक्ति देते कि सामीविरोधी का कारण यही है कि यहूदियों के पास अपना खुदा का एक राज्य है।
Rabbi Abrami: और उप्होेने एक छोटी किताब लिखी ‘‘ज्ीम ेजंजम व िजीम श्रमूे व’ि’ और उन्होंने कहा कि आने वाले कल में यहूदियों को बचाने का एक ही तरीका है, यहूदियों को यूरोप छेाड़कर अपनी मात्रभूमि में जाहीर बसना चाहिए जा कि इजराइल के भूमि है। यह ग्रंथ भी जायनिज्म को पवित्र बाइबिल की तरह बनाया।
Rabbi Wiener: उम्मीद के विकास और पुर्नजन्म की धारणा ही जायनिज्म का जन्म हुआ। यह पहले विश्वयुद्ध में शुरू हुआ। वाल्फो घोषणा।
Rabbi Mann: वालफो घोषणा महत्वपूर्ण था वो महज सिर्फ एकमात्र एक खत नहीं था।
पादरी एंडरसन: मैं समझता हूं कि यह एक प्रमुख दस्तावेज है...
Rabbi Mann: अंग्रेजी को नीति को समझने का तरीका।
पादरी एंडरसन: तो बेल्फ़ोर घोषणा लार्ड बेल्फ़ोर का एक पत्र है...
Rabbi Abrami: ...लार्ड रेाथ्सचाइल्ड।
पादरी एंडरसन: पहले विश्वयुद्ध में तुर्की जर्मनी का साथी था और वे हार रहे थे, अत: तुर्क साम्राज्य का पतन हो गया। पहले विश्व युद्ध के बाद जब तुर्क साम्राज्य का पतन हो गया तब लार्ड बेल्फ़ोर ने एक घोषणा के द्वारा इसे यहूदियों का देश घोषित कर दिया।
Rabbi Abrami: हां वो एक बड़े अप्रवासन की शुरूआत थी। हजारेां की तादाद में यहूदी, पूर्वी यूरोप से इजराइल में बसने के लिए गयै।
Pastor Anderson: The Balfour Declaration was a letter written to Lord Rothschild, so in order to understand the Balfour Declaration, we have to know who Rothschild was.
Mayer Amschel Rothschild: पैसा ही ताकत है! पैसा ही वह हथियार है जिसके द्वारा यहूदी लोगों को अपनी रक्षा करनी होगी।
मायर अम्स्चेल बौएर जो १७४४ में जर्मनी में पैदा हुआ था, जेविश स्ट्रीट पर महाजनी और सुनारी का व्यवसाय करता था। उसकी दुकान के बाहर बोर्ड पर एक लाल रंग का षट्कोणाकार चिन्ह बना हुआ था। धीरे धीरे उसने अपना नाम बदल कर रोथ्स्चाइल्ड कर लिया जिसका जर्मन भाषा में अर्थ होता है " लाल चिन्ह"।
रोथ्स्चाइल्ड ने जल्दी ही समझ लिया कि व्यक्तिगत ऋण देने की अपेक्षा सरकारों और राजों को ऋण देना ज्यादह फ़ायदेमन्द है। यह न केवल विपुल धनराशि है बल्कि राज्य के करों द्वारा सुरक्षित भी है। मायर रोथ्स्चाइल्ड के पांच बेटे थे जिन्हें उसने पैसा बनाने के इस व्यवसाय में शिक्षा दी और यूरोप की प्रमुख राजधानियों में पारिवारिक बैंकिंग व्यवसाय की शाखाएं खोलने के लिये भेज दिया।
Mayer Amschel Rothschild: आप पांच भाई हैं। मैं चाहता हूँ आप सभी एक अलग देश में बैंकिंग का व्यापार करें- एक भाई जाएं और पेरिस में शुरू करें, एक विएना में, एक लंदन में- सबसे महत्वपूर्ण केंद्रों को चुनें, जिससे कि जब पैसे यहां से लंदन भेजे जाएं, तो हम कहें, आपको अपना जीवन और सोने को खतरे में डालने की जरूरत नहीं होगी। यहां फ्रैंकफर्ट में एमशेल केवल यह कहता हुआ एक पत्र लंदन में नैथन को भेजेंगे, “ऐसा और ऐसा भुगतान कीजिए” और यह लंदन से फ्रैंकफर्ट तक के बाज़ारों को प्रभावित करेगा। आप समझे?
Five sons: हां, फादर
Mayer Amschel Rothschild: आपके समय में, यूरोप में कई युद्ध होंगे, और राष्ट्रों जिनको पास भेजने के लिए पैसा होगा वह राथचाइल्ड के पास आएंगे क्योंकि यह सुरक्षित होगा। आप के पांच बैंकिंग प्रतिष्ठान यूरोप पर छा सकते हैं, लेकिन आप एक प्रतिष्ठान-एक परिवार होंगे: राथचाइल्ड वो हैं जो एक हमेशा एक साथ कार्य करते हैं। यही आपकी शक्ति होगी।
जब १८१२ में मायर आम्स्चेल रोथ्स्चाइल्ड की मृत्यु हुई तो विरासत में उसने अपने बेटों को रोथ्स्चाइल्ड व्यवसाय को चलाने के गुर बताये।
- सभी प्रमुख पदों पर केवल रोथ्स्चाइल्ड परिवार के लोग ही रहें।
- परिवार के सदस्य अपने चचेरे मौसेरे भाई बहनों से ही विवाह करें ताकि परिवार की बेशुमार दौलत बाहर न जाने पाये।
- रोथ्स्चाइल्ड परिवार के सदस्य कभी भी अपने धन का विवरण किसी को न बताएं।
समस्त परिवार अथाह दौलत और ताकत पाने के उद्देश्य से अपने धन्धे को आगे ले जाने लगा।
उन्होंने विभिन्न यूरोपीय युद्धों में चोरी छिपे दोनों ही पक्षों को आर्थिक सहायता प्रदान की और यूरोपियन बैंकिंग को लगभग पूरी तरह से अपने कब्जे में ले लिया। अट्ठारहवीं सदी के मध्य तक आते आते रोथ्स्चाइल्ड परिवार विश्व का सबसे धनी परिवार बन चुका था।
Texe Marrs: रॉथचाइल्ड ने इज़राइल का पता लगाने में सहायता की थी, और रॉथचाइल्ड हमेशा इज़राइल के पक्षधर रहे हैं। रॉथचाइल्ड जो कुछ भी चाहते थे, उनको मिला। यह माना जाता है कि वे दुनिया में सबसे अमीर व्यक्ति हैं, और मुझे इस पर थोड़ा संदेह है।
यद्यपि लार्ड रोथ्स्चाइल्ड को बेल्फ़ोर घोषणापत्र १९१७ में ही मिल चुका था किन्तु इस योजना के कार्यान्वयन की स्थिति आते आते १९४७ हो चुक था और दूसरे विश्व युद्ध की त्रासदी के बाद ही इस बात पर आम राय बन पाई कि फ़िलिस्तीन को यहूदियों का देश बना दिया जाये।
पादरी एंडरसन: सन १९४७ में संयुक्त राष्ट्र ने घोषित किया कि फ़िलिस्तीन को दो भागों में बांट दिया जायेगा; एक यहूदी राज्य और एक फ़िलिस्तीनी राज्य।
US Ambassador: यूनाइटेड स्टेट्स प्रतिनिधिमंडल संयुक्त राष्ट्र द्वारा एकमत से दी गई अनुशंसाओं, जो विभाजन और अप्रवासन को लेकर दी गई हैं, उनके मूल सिद्धांतों का समर्थन करता है।
Announcer: बाद में, रूस ने विभाजन अनुशंसा पर यूनाइटेड स्टेट्स का समर्थन किया, उसी समय अरब देशों ने बदला लेने की धमकी दी थी, जिससे पवित्र देश का भविष्य अधर में लटक गया।
Texe Marrs: लेकिन इज़राइल पहला राज्य बना, और उन लोगों ने कभी फिलीस्तीन को एक राज्य नहीं बनने दिया, इसलिए उन लोगों ने संयुक्त राष्ट के नियमों को कभी भी प्रभावी नहीं होने दिया।
१४ मई, १९४८ को डेविड बेन गुरियन, सिओनिस्ट संस्था के प्रधान ने इस्राईल की जमीन पर यहूदी राष्ट्र की स्थापना की विधिवत घोषणा कर दी।
Announcer: मई 1948 में, खून में नहाया हुआ एक नया यहूदी देश “इज़राइल” जन्मा था। यहूदी सैनिकों ने, युद्धों की श्रृंखलाओं जो सालों तक लगातार चलती रहीं, उसके पहले युद्ध में अरब सेनाओं को हाय़फा शहर से खदेड़ दिया था। डेविड बेन-गुरिऑन के नेतृत्व में तेल अवीव में नई सरकार बनी थी। इस प्रकार रोमन साम्राज्य द्वारा 70 एडी में येरूशलम को नष्ट किए जाने के बाद, यहूदी लोगों को अपना राष्ट्र मिला।
Pastor Jimenez: आज बहुत से ईसाई सोचते हैं कि ईश्वर ने इज़राइल राष्ट्र को फिर से बसाया, और ईश्वर ने इस शानदार कार्य को किया, लेकिन क्या ईश्वर वास्तव नें इन लोगों को वापस इज़राइल लाने के लिए इच्छुक थे, या यह केवल संयुक्त राष्ट्र की इच्छा थी?
पादरी एंडरसन: पवित्र बाइबिल हमे बहुत साफ़ शब्दों में हिब्रू ४ में बताती है कि जब वे पहली बार मूसा के साथ वचनबद्ध भूमि पर आये, " अविश्वास के कारण वे वहां प्रवेश नहीं कर सके।" फ़िर चालीस साल बाद उनकी सन्तानें जो ईश्वर पर विश्वास करने लगे थे, पुन: उस भूमि पर प्रवेश कर सके। फ़िर वे दूसरे ईश्वरों की पूजा करने लगे और परम पिता ने क्या किया? परम पिता ने उन्हें वचनबद्ध भूमि से हटा दिया। वे ७० वर्षों के लिये बैबिलोन गये और तब उन्हें पछतावा हुआ और उन्होंने अपना ध्यान झूठे भगवानों से ह्टा लिया, उन्हें फ़िर से वचन्बद्ध भूमि पर लाया गया। फ़िर जब उन्होंने ईसा मसीह को मानने से इनकार कर दिया तो वे फ़िर से निकाल दिये गये। १९४७ में जब वे प्रभु य़ीशु मसीह पर पूर्ण विश्वास करते थे, उन्हें ईश्वर ने वापिस उस जमीन पर पहुंचा दिया। लेकिन क्या वास्तव में ऐसा हुआ? नहीं!
क्या वे ईसा में विश्वास करते थे? देखिए, वहां मौजूद ईसाई, इस प्रश्न को स्वंय से पूछें: क्या इज़राइल में धार्मिक जागरण हो रहा था? क्या लोग ईसा को अपना मसीहा स्वीकार कर रहे थे? उत्तर है नहीं। इसलिए इज़राइल को फिर से बसाने वाले ईश्वर नहीं थे क्योंकि वे उसमें विश्वास करते थे। उन्होंने कहा अगर वे उनके संदेशों को नहीं माने तो वे उनको बिखेर देंगे, और उन्होंने ऐसा किया। उन्होंने कहा जब वे उन विश्वास करेंगे तो वे उन्हें वापस ले आएंगे। उन लोगों ने उन पर विश्वास नहीं किया।
पादरी एंडरसन: तो अगर परमेस्ह्वर उन्हें वापिस नहीं लाया तो कौन उन्हें उस भूमि पर वापिस लाया? शैतान की आत्मा उन्हें वापिस उस भूमि पर लाई। उस भूमि पर उन्हें वपिस लाने वाला था संयुक्त राष्ट्र संघ।
Announcer: इस प्रकार यहूदी देश इज़राइल के बनने का इतिहास लिखा गया था। हिंसा पर संघर्ष और पराश्रयता से मुक्ति में जन्मा, इज़राल वैश्विक मामलों में एक सृजनात्मक आवाज़ बन चुका है। उसका झंडा दुखी दुनिया में आशा का प्रतीक बना था।
पादरी एंडरसन: दाऊद का सितारा। यह चिन्ह कहां से आया?
Rabbi Abrami: ये चीजें बाइबिल में स्पष्ट रूप से नहीं लिखी गई हैं।
Pastor Anderson: Is it in the Talmud?
Leader Schesnol: नहीं।
पादरी एंडरसन: क्या इसके बारे में पवित्र बाइबिल में कोई उक्ति है? है या नहीं?
Rabbi Wiener: नहीं।
पादरी एंडरसन: तो तुम सब सुनिश्चित नहीं कि यह कहां से आया?
Rabbi Wiener: नहीं।
Rabbi Mann: तुम समझ गये।
पादरी एंडरसन: किसी को पता नहीं?
Rabbi Mann: मुझे नहीं पता।
पादरी एंडरसन: क्योंकि मैं जानता हूं कि यह दाऊद का सितारा है। क्या इसका दाऊद के साथ कोई सम्बन्ध है?
Rabbi Mann: नहीं, मुझे नहीं लगता।
Rabbi Abrami: ये कहीं न कहीं तो होगा। मुझे अच्छी तरह से याद नहीं कि इसका नाता क्या था।
पादरी एंडरसन: मैं विश्वास करता हूं कि दाऊद का सितारा वास्तव में रेम्फ़ान का सितारा है क्योंकि जब तुम पवित्र बाइबिल में देखोगे तो पाओगे कि जब वे दूसरे ईश्वरों की पूजा किया करते थे तो अपने ईश्वर रेम्फ़ान के सितारे का चिन्ह ले कर चलते थे।
Texe Marrs: आपने बाइबिल के ईश्वर को अस्वीकार कर दिया। आपने अपने ईश्वर रेमफॉन या चिउन के लिए सितारा (यह एक 6 कोणों वाला सितारा है) रखा। यह सभी मोलेक, महान बाल, आग के महान देवता जो शैतान है, उसके नाम हैं।
Paul Wittenberger: शैतान
Texe Marrs: यह सही है। बिलज़िबाब। और वे इस बारे में सदमे में थे। अब, सितारा ईश्वर कौन है? अगर वे केवल अपनी ओल्ड टेस्टामेंट को पढ़ें, वे इस बारे में जान जाएंगे। अमोस में, ईश्वर ने कहा तुमने सितारा चुना है, और यह करके तुमने मुझे क्रोधित कर दिया है, और असल में तुमने अपनी संतानों को आग के जरिए सितारा ईश्वर को भेंट कर दिया है। उन लोगों ने अपनी संतानों को भेंट कर दिया। यहूदियों ने ऐसा सितारा ईश्वर के लिए किया था।
जब वे झूठे भगवानों की पूजा करते थे तो रेम्फ़ान का सितारा उनके ईश्वर का प्रतीक चिन्ह था। इञ्जील में कहीं दाऊद के सितारे का जिक्र नहीं मिलता किन्तु केवल झूठे भगवान रेम्फ़ान का ही मिलता है। इसलिये हम जानते हैं कि वे सच्चे ईश्वर के आराधक नहीं हैं । क्योंकि पवित्र बाइबिल कहती है, " जो पुत्र को अस्वीकार करता है, उसे परम पिता की प्राप्ति नहीं हो सकती। जो पुत्र को स्वीकार करता है, वही परम पिता को प्राप्त करता है।" अगर यहूदी पुत्र को नहीं स्वीकार करते, तो वे परम पिता को प्राप्त नहीं कर सकते। तो उनके पास क्या है? कोई दूसरा। एक झूठा भगवान। इसलिये वे उस परमेश्वर की आराधना नहीं करते जिस परमेश्वर की पूजा हम सब करते हैं। कुछ लोग कह सकते हैं कि वे परमेश्वर को तो स्वीकार करते हैं पर ईसा मसीह को नहीं मानते। किन्तु पवित्र बाइबिल हमें सिखाती है कि जो पुत्र को स्वीकार नहीं करता, वह परम पिता की आराधना नहीं कर सकता।
Texe Marrs: अगर आप फ्रीमेसेनरी के मेसोनिक बंधुत्व पर वापस जाते हैं, तो उनके महान प्रतीक G को पाते हैं। आप कंपास पर सितारे की ओर देखें, जो डेविड के सितारे के जैसा है। वास्तव में, उनके पास कई मेसानिक मंदिरों में डेविड का पूरा सितारा है। वह क्यों है? मेसानरी, यहूदी धर्म और कब्बालाह का अध्ययन है।
The Jewish tribune newspaper on October 28, 1927, stated, "Masonry is based on Judaism. Eliminate the teachings of Judaism from the Masonic Ritual, and what is left?"
Texe Marrs: अल्बर्ट पाइक ने अपनी किताब़ "मोरल्स और डोगमा" में कहा कि कब्बालाह ही मूल है। बिना कब्बालाह के हमारे पास मेसॉनिक प्रथा की 33 परंपराएं नहीं होंगी। लेकिन जिस ईश्वर की वो प्रार्थना करते हैं, वो महान निर्माता, मोलोक, सितारों का ईश्वर है। अगर कोई मुझसे कहता है कि यहूदियों को स्वंय ईसा द्वारा बहुत बड़ा श्राप नहीं दिया गया था... वह वहां है।
Pastor Jimenez: जॉन 8:37 में, यह रोचक इसलिए है क्योंकि ईसा ने यह कहा: मैं जानता हूँ कि तुम लोग अब्राहम की संतान हो। इसलिए वे इस तथ्य को मान रहे हैं कि वो लोग शारीरीक रूप से अब्राहक के वंशज हैं। उन्होंने कहा, "मैं जानता हूँ कि तुम अब्राहम की संतान हो, लेकिन तुम मुझे मारना चाहते हो, मेरे संदेश के लिए तुम्हारे पास कोई स्थान नहीं है। मैं वह कहता हूँ जिसे मैंने अपने पिता के साथ देखा है और तुमने वह करते हो जिसे तुमने अपने पिता के साथ देखा। उन लोगों ने जवाब दिया और उन से कहा, अब्राहम हमारे पिता हैं। ईसा अपना संदेश उन को देते हैं, यदि तुम अब्राहम की संतान थे, तो तुम अब्राहम का काम करोगे"। इसलिए यह रोचक है क्योंकि वर्स 37 में, वे मानते हैं कि वो लोग अब्राहम की संतान हैं, वो शारीरीक रूप से अब्राहम के वंशज हैं, लेकिन उसके बाद वर्स 39 में, वे प्रश्न करते हैं, वे कह रहे हैं, "यदि तुम अब्राहम की संतान थे, तो तुम अब्राहम का काम करोगे, " और वे मुख्य रूप से कह रहे हैं कि वे अब्राहम की संतानें नहीं है क्योंकि जैसा हमने पूर्व में लिखे गए हिस्से के बारे में कहा, वे कहते हैं, "तुम अपने पिता शैतान की तरह हो"। इसलिए यह रोचक है कि ईसा ने स्वंय कहा है कि आप शारीरीक रूप से अब्राहम के वंशज और अब्राहम की संतान हो सकते हैं, और वे आपको अब्राहम की संतान नहीं मानते हैं।
Rabbi Abrami: एक और गद्य है। कि यहून्ना के सुसमाचार में - यहुन्ना अध्याय 8 वचन 44, जिसमें वो कहता है कि यहूदी शैतान का बच्चा है। वो यह भी प्रचार कर रहा था।
Pastor Jimenez: ईसा ने स्वंय शिक्षा दी, "तुम लोग अपने पिता शैतान की तरह हो, तुम में तुम्हारे पिता की वासना अपना कार्य करेगी। वे अपने आरंभ से हत्यारे थे, उनका घर सच्चा नहीं था, क्योंकि उनमें कोई सच्चाई नहीं है। जब वे झूठ बोले, वे स्वंय के बारे में बोले: वो एक झूठे,और झूठ का पिता है इसलिए ईश्वर ईसा मसीह के अनुसार, वे अपने पिता शैतान की तरह है। इसलिए ईसा मानते थे कि वे अब्राहम का अनुसरण नहीं कर रहे थे, वे मोज़ेज का अनुसरण नहीं कर रहे थे, वो पैगंबरों का अनुसरण नहीं कर रहे थे, वे ईश्वर का अनुसरण नहीं कर रहे थे। वे कहते हैं कि वे अपने पिता शैतान का अनुसरण कर रहे हैं
Texe Marrs: रीवीलेशन 2 और 3 में कई रोचक वर्सेस हैं जो उनके बारे में बताती है जो कहती हैं वे यहूदी है और नहीं हैं, बल्कि यहूदी धर्मस्थल का समूह हैं।
पादरी एंडरसन: इस बात का अन्दाज लगाना कोई मुश्किल काम नहीं कि शैतान का आराधना स्थल कौन सा है क्योंकि दुनिया में सिर्फ़ एक ही धर्म के लोग सिनैगौग में जाते हैं: यहूदी धर्म। यह भी समझना कठिन नहीं क्योंकि पवित्र बाइबिल हमें यह बताती है कि वे कहते हैं कि वे यहूदी हैं, जब्कि वास्तव में वे नहीं हैं। दुनिया में हर आदमी यह कहते हुए नहीं चलता कि मैं यहूदी हूं। यहूदी धर्म का पालन करने वाले ही यह कहते हैं कि वे यहूदी हैं। तुम कहते हो, " पादरी एंडरसन, वे कहते हैं की वे यहूदी हैं और वे वास्तव में ही यहूदी हैं। " नहीं, क्योंकि रोमन २:२8 कहता है, शरीर का खतना वास्तव में खतना नहीं है. सच्चा खतना आत्मा द्वारा मन का खतना है, न कि लिखित व्यवस्था का. ऐसे व्यक्ति की प्रशंसा मनुष्य नहीं बल्कि परमेश्वर की और से की जाती है बाइबिल कहती है क्योंकि सच्चे खतना युक्त तो हम हैं जो अपनी उपासना को परमेश्वर कि आत्मा द्वारा अर्पित करते है. और मसीह यीशु pr गर्व रखते हैं तथा जो कुछ शारीरक है , उस पर भरोसा नहीं करते हैं इसलिए परमेश्वर उन्हें यहूदी नहीं मानते, वे शैतान के पुजारी हैं। रेवेलेश्न 3:9 में बाइबिल कहती है सुनो! कुछ ऐसे हैं जो शैतान की मण्डली के हैं, जो यहूदी न होते हुए भी अपने आप को यहूदी कहते हैं, वे मात्र झूठे हैं मैं उन्हें यहाँ तुम्हारे चरणों तले झुका दूंगा और वह यह जान लेंगे, कि मैं तुझ से प्रेम करता हूँ अब ईश्वर को क्या आवश्यकता है कि शैतान को यह प्रमाण देने की कि वह फिलाडेल्फिया के चर्च से स्नेह करता है. क्योंकि यहूदी सोचते हैं की ईश्वर केवल उनसे ही स्नेह करता है। वे यह नहीं सोचते कि प्रभु फिलाडेल्फिया के गैर यहूदियों से भी स्नेह करता है। इसीलिए परमेश्वर ने कहा कि मैं शैतान को बताऊंगा कि मैं तुमसे प्रेम करता हूँ। ईश्वर दुनिया के अपने सारे बच्चों से प्रेम करता है। लाल या पीले, काले या सफ़ेद, सारे उसके लिए बेशकीमती हैं। प्रथम जॉन २:२२ में पवित्र बाइबिल हमें यीशु विरोधी के विषय में बताती है। किन्तु जो यह कहता है कि यीशु मसीह नहीं है, वह झूठा है, ऐसा व्यक्ति यीशु विरोधी है, जो परमपिता और उसके पुत्र को नकारता है "
पादरी एंडरसन: यह मानने के लिए लिए कि यीशु ख्रीस्त नहीं है, पहले आपको यह मानना होगा कि ख्रीस्त है pr वह यीशु नहीं है।
Pastor Jimenez: जॉन 4 हमें बताती है कि शब्द "मसीहा" का अर्थ "ईसा" है। कुएं पर मौजूद महिला ने कहा, "मैं जानती हूँ कि मसीहा आने वाले हैं, जिनको ईसा कहा जाता है, " इसलिए हम जानते हैं कि "ईसा" शब्द की व्याख्या "मसीहा" है। इसलिए, 1जॉन2:22 में जब कहा जाता है, "जो एक झूठा है लेकिन वो नहीं मानता है कि जीसस ईसा है," क्या इसके उपदेश यह हैं, "जो एक झूठा है लेकिन वो नहीं मानता है कि जीसस मसीहा हैं," लोगो का समूह क्या मानता है कि वहां एक मसीहा है लेकिन यह नहीं मानता है कि ईसा वह मसीहा थे? पुनः वो यहूदी हैं।
पादरी एंडरसन: देखें कि मैं ठीक से बताता हूँ। मूल रूप से यहूदी यीशु पर विश्वास करते हैं। आप यह नहीं मानते कि वो मसीहा है, क्या आप यह सोचते हैं कि वो झूठे मसीहों की लम्बी कड़ी में से एक है?
Rabbi Mann: हां। अगर ये दवा किया गया है कि वे मसीहा था तेा यह एक देख नकली मसीहा था।
Rabbi Abrami: ईश्ुा ने कभी नहीं कहा, ‘‘मैं मसीह हूं’’
Rabbi Mann: यहूदी लेाग मसीहा में बेशक रूचि दिखाते हैं। वे मसीहा का इंतजार कर रहे थे। उन्हें मसीहा चाहिए। तो अगर उनके पास सच्ची मसीहा के कुछ गुण होते तो वो उसमें रूचि दिखाते पर उनके पास सिर्फ 12 शिष्य थे। ये बहुत ज्यादा नहीं है आप लोग यहूदियों के राज्य के बारे में बात कर रहे हैं। सभी विद्वानों से। वे उस पर कभी जीत नहीं पाये।
पादरी एंडरसन: अगर वह दावा भी करे उन्होंने उस पर विश्वास नहीं किया ।
Rabbi Mann: बिल्कुल नहीं। इसाईयों ने असफल मसीहा की मुक्ति को जन्म दिया। ये जानते हुए कि वो असफल मसीहा हैं। इसे हम नकारते हैं। अगर वो असफल हैं तो मसीहा नहीं हैं।
पादरी एंडरसन: वे अभी भी दूसरे मसीहा के आने की प्रतीक्षा में हैं, और हम जानते हैं कि आनेवाला दूसरा मसीहा ईसा विरोधी है। यहूदी मसीहा दिखने में कैसा है?
Rabbi Abrami: एक बहुत शक्तिशाली राजा जो धरती पर शांति और अच्छाई लेके आयेगा। आपको शांति बनाये रखना पड़ेगी।
पादरी एंडरसन: विश्व शान्ति?
Rabbi Abrami: विश्व शंाति।
Rabbi Mann: जब सच्चा मसीहा अपनी उपस्थिति को इतने नाटकीय रूप में दिखायेगा कि उसे नकार नहीं सकते तब लोग उन्हें अपना सच्चा मसीहा बनायेंगे।
पादरी एंडरसन: सारी दुनिया में?
Rabbi Mann: विश्व भर गैर यहूदी भी क्योंकि वे अभी भी मसीहा की राह पर चलकर उन्हें देखना चाहते हैं।
पादरी एंडरसन: तो जब मसीहा आएगा, आप कहते हो कि सारी दुनिया उस पर विश्वास करेगी?
Rabbi Mann: पूरा विश्व, क्योंकि उसका उद्देश्य पूरे विश्व को सही राह, सही दिशा दिखाना है। सारे राष्ट् यरूशलम की तरफ जायेंगे उनसे सीखने के लिए एक विश्वशांति युग की शुरूआत होगी। मसीहा एक अदभुत करिश्माई शक्ति होगी। जो कि महान ज्ञान और सप्रेशन तकनीक से भरपूर रहेंगे। वे एक महान योद्धा होंगे। जो यहूदियों के हित में रहेंगे और वे अपने दुश्मनों का विनाश पूर्ण रूप से कर देंगे।
Pastor Romero: अगर आप सुने कि कैसे यहूदी अपने मसीहा के बारे में बताते हैं, वे बिलकुल वैसी छवि बनाते हैं, जैसे बाइबिल के अनुसार ईसा के विपरीत है। वे पूरी दुनिया जीतना चाह रहे हैं। वे युद्ध के जरिए शांति लाना चाह रहे हैं।
पादरी एंडरसन: सारी दुनिया के सब धर्म उस पर विश्वास करेंगे। वह दुनिया में शांति लाएगा। वह हम सबको एक सूत्र में बांधेगा।
Texe Marrs: कई ईसाई मूल्यवान हैं, और वे नहीं जानते हैं कि वे क्या कर रहे हैं। मैं फ्लोरिडा में हुए एक भविष्यदर्शन कांफ्रेंस में था, और एक महिला मेरे पास आई, और उसने डेविड का सितारा पहना था। मैंने उससे पूछा उसने उसे क्यों पहना था, और उसने कहा, "ओह, हां यह बहुत महत्वपूर्ण है इससे हम इज़राइल के लिए अपना समर्थन दिखाते हैं"। मैंने कहा, "आप इज़राइल के लिए अपना समर्थन कैसे दिखा सकती हैं"। उसने कहा, "मैं हर महीने टेंपल माउंट फाउंडेशन को पैसे देती हूँ"। वैसे, वह एक यहूदी समूह है, और मैंने कहा, "क्या आप नहीं जानती हैं कि 2 थेसालोनियन्स2 कहती है कि ईसा-विरोधी उस मंदिर में जाएंगे और स्वंय को ईश्वर घोषित करेंगे, और अपने को सबसे बड़ा ईश्वर बताएंगे?" उसने कहा, "वैसे, मैं सोचती हूँ मैं बाइबिल के भविष्यदर्शन को पूर्ण करने में सहायता कर रही हूँ"। मैंने कहा, "आप! आप ईसा-विरोधी को आने के लिए सहायता कर रही हैं! ऐसा कौन करना चाहेगा! "